नई दिल्ली: गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज यहां 69वें स्थापना दिवस के अवसर पर दिल्ली पुलिस को बधाई दी और
गृहमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण किया। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस आयुक्त श्री बीएस बस्सी और दिल्ली पुलिस के अन्य आला अधिकारी भी उपस्थित थे।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की राजधानी होने के नाते दिल्ली में जब भी कोई घटना होती है तो उसका असर पूरे देश पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ आतंक संबंधी गतिविधियों, अतिविशिष्ट व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान करने और दिल्ली में वाहनों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर यातायात प्रबंधन जैसे विभिन्न मुद्दों की देखरेख करनी पड़ती है। उन्होंने दिल्ली में शांति-व्यवस्था कायम रखने के लिए दिल्ली पुलिस के प्रयासों की सराहना की।
गृहमंत्री ने कहा कि नए तरह के अपराध बढ़ रहे हैं और इन अपराधों की रोकथाम तब तक नहीं हो सकती जब तक पुलिस नए कदम न उठाए। उन्होंने ट्वीटर हेंडल और बीट कांस्टेबलों के लिए बीट बुक एप्लीकेशन जैसे विभिन्न डिजीटल पहलों की शुरुआत करने के के कारण दिल्ली पुलिस की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस अनेक सीसीटी कैमरों का इस्तेमाल कर रही है।
पुलिसिंग में महिलाओं की भूमिका पर जोर देते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस बल में 33 प्रतिशत महिलाओं को नियुक्त किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की गई है। गृहमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों को भी दिल्ली पुलिस में नियुक्त किया जा रहा है।
श्री राजनाथ सिंह ने पुलिस कल्याण निधि के लिए 5 करोड़ रुपए की धनराशि दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने शानदार सेवा के लिए पुलिस कर्मियों को पदक प्रदान किए और इस अवसर पर उत्कृष्टता पुरस्कार, जीवन रक्षक पुरस्कार आदि भी वितरित किए। गृहमंत्री ने पुलिस परिवारिक कल्याण समाज का भी उद्घाटन किया।