नई दिल्ली: सरकार ने पर्यावरणीय मुद्दों पर और अधिक जागरूकता बनाने के लिए लोगों तक पहुँच बनाने की आवश्यकता को फिर से दोहराया है।
राष्ट्रीय संवाद-सह-मूल्यांकन कार्यशाला के लिए ईएनवीआईएस प्रणाली के शुभारंभ के अवसर पर पर्यावरण सूचना प्रणाली (ईएनवीआईएस) पोर्टल का उद्घाटन करने के पश्चात अपने संबोधन में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार का प्रयास हमेशा प्रकृति की देखभाल और विकास को सुनिश्चित करने का रहा है। श्री जावड़ेकर ने कहा कि र्इएनवीआईएस के समक्ष चुनौती लोगों तक पहुंच बनाने के नये मार्ग तलाशने और विज्ञान और दीर्घकालिक कार्यप्रणालियों को लोकप्रिय बनाने की है। श्री जावड़ेकर ने प्रत्येक ईएनवीआईएस केन्द्र को निरंतर उन्नयन करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
श्री जावड़ेकर ने सिक्किम के वन, पर्यावरण, वन्यजीव प्रबंधन विभाग को सर्वश्रेष्ठ राज्य ईएनवीआईएस केन्द्र और बेंगलूरू के भारतीय विज्ञान संस्थान को सर्वश्रेष्ठ विषयक ईएनवीआईएस केन्द्र का पुरस्कार भी प्रदान किया। श्री जावड़ेकर ने इस कार्यक्रम के दौरान, ईएनवीआईएस केन्द्रों के ज्ञान उत्पादों को भी जारी किया।
श्री प्रकाश जावड़ेकर ने सर्वश्रेष्ठ ईएनवीआईएस केन्द्र पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव श्री अशोक लवासा ने कहा कि भारत के लोग हमेशा से प्रकृति में धार्मिक विश्वास रखते आए हैं। श्री लवासा ने बेहतर जानकारीयुक्त निर्णन लेने में सहायता और विश्लेषणात्मक डाटाबेस को सशक्त बनाने के लिए ईएनवीआईएस को और सार्थक बनाने की आवश्कयता पर जोर दिया।
इस अवसर पर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार सुश्री आनंदी सुब्रमण्यम और वर्ल्ड वाइल्डलाईफ के महासचिव और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रवि सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। मंत्रालय के उप आर्थिक सलाहकार श्री अभय कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।
पर्यावरणीय सूचना प्रणाली(ईएनवीआईएस) पोर्टल http://envis.nic.in देश भर में डिजिटल सेवाओं और पर्यावरणीय क्षेत्र में डिजिटल साक्षरता को सुधारने के लिए कार्यरत डिजिटल इंडिया के साथ एक नई पहल है।