देहरादून: सोशल मीडिया के बढ़ते हुये दुरुपयोग के सम्बन्ध में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, उत्तराखण्ड, देहरादून द्वारा अपने जागरूकता अभियान को बढ़ाते हुये आज दिनांक 19-02-2016 को सेंट थॉमस स्कूल एवं चिल्ड्रन्स आकदमी,
चकराता रोड देहरादून के छात्र/छात्राओं को सोशल मीडिया के सही उपयोग व इसके खतरों से बचाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी । सोशल मीडिया के सम्बन्ध में जागरुकता फैलाने को गठित की गयी टीम के उप निरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल, उप निरीक्षक राजीव सेमवाल, कानि0 मुकेश कुमार व कानि0 हरेन्द्र भण्डारी द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न खतरों के बारे में गहनता से बताया गया ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 सुश्री पी0 रेणुका देवी की पहल पर शुरु किये गये इस अभियान का स्कूल के प्रशासन द्वारा अत्यधिक सराहना की जा रही है । सैन्ट थॉमस स्कूल व चिल्ड्रनस अकेडमी के छात्र/छात्राओं द्वारा सोशल मीडिया से सम्बन्धित इस जागरुकता अभियान मे अत्यधिक रुचि दिखाई, व बच्चो ने बहुत बारीकी से सोशल मीडिया में बरती जाने वाली सावधानियों तथा इसके दुष्परिणामों के बारे में जानकारी ली ।
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सअप, ट्वीटर आदि पर अत्यधिक सक्रिय न रहने, अपनी निजि जानकारियाँ एंव फोटोग्राफ अनजान व्यक्तियों के साथ शेयर न करने, अनजान लोगों के फ्रेन्ड रिक्वेस्ट स्वीकार न करने तथा किसी अन्य की फोटो या जानकारियां बिना उसकी इच्छा के पोस्ट न करना आदि बातें बताई ।
वर्तमान में बहुत अधिक संख्या में छात्र/छात्रायें सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं तथा जाने-अनजाने उसका दुर्रपयोग भी कर जाते है। विगत कुछ दिनों में ऐसे मामले प्रकाश में आये है, जिनमें स्कूल के छात्र/छात्रायें सोशल मीडिया के दुरुपयोग में संलिप्त पाये गये है । छात्राओं कों विस्तृत रूप से स्लाईड शो व विडियों के माध्यम से सोशल मीडिया के खतरों तथा उसके दुरुपयोग से बचाव के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई गई।
छात्र/छात्राओं द्वारा सोशल मीडिया से सम्बन्धित अपनी जिज्ञासाओं के सन्दर्भ में प्रश्न किये गये, तथा बढ़चढ़ कर कार्यशाला में भाग लिया गया ।
“ सैन्ट थॉमश स्कूल के एक छात्र ने पूछा कि जब फेसबुक व ट्वीटर का इतना दुरुप्रयोग हो रहा है तो सरकार इन्हें बन्द क्यों नही कर देती ? ” इस पर उन्हे बताया गया कि दुरुपयोग फेसबुक या ट्वीटर द्वारा नही किया जाता है दुरुपयोग उसके उपयोगकर्ता द्वारा किया जाता है , यदि इसकी अनियमिकता के बारे में जानकारी आती है तो तत्काल कम्पनी से उस आपत्तिजनक वस्तु को हटाने के लिये कहा जाता है तथा दुरुपयोग या सोशल मीडिया पर अपराध करने वाले के विरुद्ध उचित कानूनी कार्यवाही की जाती है । विगत समय में साईबर थाने पर प्राप्त सोशल मीडिया से सम्बन्धित दुरपयोग करने वाले के विरुद्ध कार्यवाही की गयी है तथा आपत्तिजनक सोशल मीडिया पेज/प्रोफाईल को बन्द कराया है । सोशल मीडिया साईट्स सकारात्मक चीजों को शेयर करने के लिये है, न कि नकारात्मक विचार वाली चीजें।