लखनऊ का सदर इलाका प्रदेश का सबसे बड़ा कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। अब तक यहां से 59 कोरोना संक्रमित लोग मिल चुके हैं। बुधवार को सदर इलाके से एक ही दिन में 28 केस सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासन ने पहरा और कड़ा कर दिया है। इसके तहत पूरे सदर इलाके को तीन भागों में बांटा गया है। इसके अलावा सील इलाके का दायरा 200 से 300 मीटर तक बढ़ाने को लेकर मैपिंग की जा रही है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बताया कि पहले चरण में सील इलाके में प्रत्येक घर के एक सदस्य का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा।
संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोरा ने बताया कि सदर की अलीजान मस्जिद से 12 जमाती मिले थे। इनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद तीन अप्रैल को कसाईबाड़े इलाका सील किया गया था। इसके बाद से वहां से संक्रमित लोगों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया, जोकि थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को 28 लोगों के संक्रमित मिलने के बाद सदर में सील इलाके का दायरा बढ़ाया जा रहा है। जिन गलियों से कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं और जिन इलाकों में इनका मूवमेंट रहा है, वे सभी इलाके सील किए जाएंगे। नगर निगम की तरफ से सील परिक्षेत्र व उसके आसपास के इलाकों में सैनिटाइजेशन का काम कराया जा रहा है, जिसे युद्ध स्तर पर और आगे बढ़ाया जाएगा। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से प्रत्येक घर के एक सदस्य का मेडिकल परीक्षण कराने का काम शुरू कर दिया गया है।
सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों की संख्या बढ़ाई
जेसीपी नवीन अरोरा ने बताया कि सदर के सील इलाके की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। सीसी कैमरों की मदद से हर वक्त नजर रखी जा रही है। इसके अलावा चार ड्रोन कैमरों से गलियों और छतों की निगरानी का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि करीब 80 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसमें से 20 कैमरे कसाईबाड़े इलाके में लगाए गए हैं। पूरे दिन चार टीम फील्ड टेस्टिंग का काम कर रही हैं।
बढ़ाई जाएगी वेंडरों की संख्या
अधिकारियों के मुताबिक सरकारी संस्था की तरफ से सुबह और शाम के वक्त सील इलाकों में दवा, फल, सब्जी, दूध व राशन की सप्लाई की जा रही है। पर, अब जबकि सील इलाके का दायरा बढ़ाया जा रहा है तो नगर निगम और प्रशासन से बात करके सामान पहुंचाने वाले वेंडरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। ताकि यहां रहने वाले लोगों को जरूरी सामान की किल्लत न हो। जेसीपी ने बताया कि खाने-पीने के सामान की डिलेवरी के दौरान विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी वेंडर सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए सामान पहुंचा रहे हैं। यहां तैनात पुलिस कर्मी को भी सुरक्षित रहने के टिप्स दिए गए हैं।
पांच जोन, 14 सेक्टर में बंटा शहर
जेसीपी ने बताया कि लॉकडाउन के तहत शहर को पांच जोन, 14 सेक्टरों व 32 सब सेक्टरों में बांटा गया है। 225 बैरिकेडिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां 307 इंस्पेक्टर/सब इंस्पेक्टर, 219 पुरुष सिपाही व 252 महिला सिपाही दो शिफ्टों में ड्यूटी कर रहे हैं। इसके अलावा ट्रैफिक के 10 इंस्पेक्टर, 58 टीएसआई, 42 एचसीपी, 179 हेड कांस्टेबल व 305 होमगार्ड 11 जोन में बंटकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम 89 चार पहिया और 77 दो पहिया वाहनों से गश्त कर रही है।
सैनिटाइजेशन में लगे दमकल कर्मी
जेसीपी ने बताया कि फायर ब्रिगेड की टीम सैनिटाइजेशन के काम में मजबूती से जुटी है। सीएफओ के नेतृत्व में 10 एफएसओ, 42 ड्राइवर व 106 फायर मैन 35 गाड़ियां से सैनिटाइजेशन कर रहे हैं। इसके अलावा सात कंपनी सीएपीएफ, एक कंपनी आरएएफ व पांच कंपनी पीएसी ड्यूटी में लगी है। Source live Hindustan