पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस कोविड-19 से जूझ रही है। इसके चलते हमारे देश में लॉकडाउन जारी है, जिसकी वजह से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। कोरोना के संकट को देखते ही भारत सरकार ने जिस तेजी से निर्णय लिए, उसकी प्रशंसा विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे संगठन भी कर चुके हैं। कोरोना से लड़ने के भारत के तरीके की दुनियाभर में सराहना हो रही है। स्विट्जरलैंड ने भी भारत की प्रशंसा की है, हालांकि उसका तरीका थोड़ा अनूठा रहा। दरअसल स्विट्जरलैंड ने आल्प्स के मैटरहॉर्न पर्वत पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की रोशनी की।
इस रोशनी के जरिए स्विजट्जरलैंड ने कोरोना महामारी से जीतने की उम्मीद और जज्बे का संदेश दिया है। स्विट्जरलैंड में भारतीय दूतावास ने इस फोटो को ट्विटर पर शेयर किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि पूरी दुनिया कोविड-19 से लड़ाई एकजुट है। मानवता निश्चित रूप से इस महामारी से जीतेगी।
The world is fighting COVID-19 together.
Humanity will surely overcome this pandemic. https://t.co/7Kgwp1TU6A
— Narendra Modi (@narendramodi) April 18, 2020
स्विट्जरलैंड के मशहूर लाइट आर्टिस्ट गेरी हॉफस्टेटर ने 14,690 फीट के पहाड़ को तिरंगे के आकार में रोशनी दी थी। बता दें कि इस पहाड़ पर 24 मार्च से कोरोना महामारी के खिलाफ दुनिया की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए हर दिन अलग-अलग देशों के झंडों को दर्शाती हुई रोशनी की जाती है।
बुधवार से क्रमश: इस पहाड़ पर स्विट्जरलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन, इटली और स्विस क्षेत्र टिसिनो के झंडों को दर्शाती हुई रोशनी की जा चुकी है। गेरी हॉफस्टेटर ने बताया कि प्रकाश का मतलब आशा और उम्मीद होता है।
गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड में अब तक 18,000 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हैं जबकि 430 लोगों की जान भी जा चुकी है। इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने स्कूल, बार, रेस्तरां और गैर जरूरी चीजों की दुकानें बंद कर दी हैं। Source अमर उजाला