नई दिल्ली: केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं आईटी, संचार और एचआरडी राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी (माइटी) मंत्रालय के विभिन्न विभागों और उपक्रमों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की। उन्होंने इस दिशा में किए गए विभिन्न उपायों पर संतोष जाहिर किया और विभागों से सामाजिक दूरी के सभी मानकों का पालन करते हुए राष्ट्र की सेवा में आगे आने का आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि देश में 7.5 करोड़ लोग अभी तक अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर चुके हैं। उन्होंने इस ऐप को कोविड-19 से लड़ाई में सबसे अहम हथियारों और इस वैश्विक महामारी के दौरान आम आदमी की जीवन रेखाओं में से एक करार दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस ऐप को लोकप्रिय बनाने के लिए हरसंभव उपाय करने को कहा।
केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री धोत्रे सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और आईटी सक्षम सेवाओं (आईटीईएस) क्षेत्रों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों के साथ लॉकडाउन के बाद इन क्षेत्रों को धीरे-धीरे खोले जाने पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने अधिकारियों और हितधारकों से इस अप्रत्याशित संकट के दौर में आईटी समाधान और सेवाओं को आम आदमी के फायदों पर केन्द्रित करने का आह्वान किया। उन्होंने देश में प्रत्येक क्षेत्र की रीढ़ के तौर पर आईटी की अहम भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस संकटपूर्ण दौर में भारत सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा के लिए मिले इस ऐतिहासिक अवसर का हमें पूरा उपयोग करना चाहिए और आम लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए।
देश में सीएससी के बेहद व्यापक नेटवर्क की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि इस मुश्किल दौर में विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में टेलीमेडिसिन सेवाएं उपलब्ध कराकर इन सेवाओं को भुनाया जा सकता है। इससे उन लोगों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें इस लॉकडाउन के दौरान चिकित्सा सुविधाएं हासिल करने में खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।