लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सरकार विभिन्न राज्यों से सभी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित व सम्मानजनक प्रदेश वापसी के लिए कृतसंकल्पित है। राज्य सरकार कामगारों/श्रमिकों को रोजगार तथा सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार ने एक आयोग गठित करने का निर्णय लिया है। इस आयोग का नाम कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग रखा गया है। उन्होंने इस आयोग के गठन की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश वापस आने वाले कामगारों/श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर में ले जाते हुए वहां उनकी स्क्रीनिंग की जाए। जो स्वस्थ हों, उन्हें राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाए। नियमित रूप से खाद्यान्न की व्यवस्था के लिए इनके राशन कार्ड भी बनाए जाएं। उन्होंने क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई तथा सुरक्षा के बेहतर इंतजाम सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से कामगारों/श्रमिकों के लिए आवास निर्माण की व्यवस्था की जाए। श्रमिकों के रहने के लिए डाॅरमेट्री निर्माण पर भी कार्य किए जाने की आवश्यकता है, इससे कम धनराशि में उन्हें अच्छी सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि अन्य प्रदेशों से आए कामगारों/श्रमिकों की स्किल मैपिंग के प्रथम चरण में कुल 14,75,424 लोगों द्वारा अपना पंजीकरण कराया गया है। इनमें आॅटो मैकेनिक/आॅटोमाइबाइल इण्डस्ट्री/कार तथा मोटर साइकिल रिपेयर के 1558, कारपेन्टर/फर्नीचर एण्ड फिटिंग के 18,500, रियल एस्टेट के 1,51,492, ड्राइवर के 9,052, इलेक्ट्रिशियन/इलेक्ट्राॅनिक्स के 6,869, गारमेन्ट टेलर के 12,103, हैण्डीक्राफ्ट्स एण्ड कार्पेट्स के 1,294, हाउसकीपिंग/लाॅन्ड्री सर्विसेस के 1,952, नर्स/लैब टेक्निशियन/पैरामेडिकल स्टाफ/फार्मा इण्डस्ट्री के 667, पेन्टर के 26,041, प्लम्बर के 7,504, टीचर/म्यूजिक टीचर/योग तथा फिटनेस टेªनर के 930, डाटा इन्ट्री आॅपरेटर/आई0टी0 सेक्टर/टेलीकाॅम के 576, सिक्योरिटी गार्ड के 3,364 सहित अन्य क्षेत्रों के कुशल कामगारों/श्रमिकों ने अपना पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि कामगारों/श्रमिकों को बीमा कवर अवश्य दिया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि टेस्टिंग क्षमता को 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। शीघ्रता से टेस्टिंग परिणाम प्राप्त करने के लिए ट्रूनैट मशीन के प्रोक्योरमेंट को गति दी जाए। इसे सभी जिला चिकित्सालयों, मेडिकल काॅलेजों तथा अन्य चिकित्सा संस्थानों को उपलब्ध कराया जाए। सभी क्वारंटीन सेन्टर में पल्स आॅक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। आवश्यकतानुसार अतिरिक्त संख्या में इन्फ्रारेड थर्मामीटर व्यवस्था की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को चिकित्साकर्मियों के मेडिकल इंफेक्शन से बचाव सम्बन्धी प्रशिक्षण को तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न जिला चिकित्सालयों तथा मेडिकल काॅलेजों में भर्ती मरीजों से प्राप्त फीडबैक के क्रम में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों से संवाद स्थापित करते हुए कार्यों की जानकारी प्राप्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वयं आकस्मिक चिकित्सा सेवाओं का निरीक्षण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कोरोना केसों में रिकवरी रेट पहले की अपेक्षा बढ़कर 57 प्रतिशत हो गई है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने लाॅकडाउन के नियमों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि नियमित फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। पुलिस द्वारा बाॅर्डर क्षेत्रों, हाई-वे तथा एक्सप्रेस-वे पर लगातार पेट्रोलिंग की जाए। कन्टेनमेंट जोन में आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी सुचारू ढंग से सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कामगारों/श्रमिकों के लिए एम0एस0एम0ई0 सेक्टर, ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना तथा ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। इसी प्रकार कृषि, डेयरी, पशुपालन आदि से जुड़ी गतिविधियों में भी रोजगार की बड़ी सम्भावनाएं हैं। रोजगार की दृष्टि से कामगारों/श्रमिकों को इन सेक्टरों से जोड़ने की कार्यवाही की जाए। कामगारों/श्रमिकों की दक्षता का विवरण संकलित करने के लिए स्किल मैपिंग का कार्य निरन्तर जारी रखा जाए। कामगारों/श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए जनपद स्तर पर जिला सेवायोजन कार्यालय की उपयोगिता को पुर्नस्थापित किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि बरसात के मौसम में मनरेगा से जुड़े कार्य सामान्य परिस्थितियों में सम्पादित नहीं किए जाते। वर्तमान समय में विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में कामगारों/श्रमिकों की प्रदेश वापसी को देखते हुए बरसात के मौसम में भी मनरेगा के कार्यों के संचालन की वैकल्पिक सम्भावनाओं को तलाशा जाए। इससे इन्हें रोजगार उपलब्ध कराने में सुविधा होगी। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों के कर्मियों के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों, ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना, ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना से जुड़े परम्परागत कामगारों का एक डाटा बैंक तैयार किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इसमें श्रमिकों के बैंक खातों का विवरण भी सम्मिलित किया जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश की एम0एस0एम0ई इकाइयों द्वारा निर्मित पी0पी0ई0 किट, थ्री लेयर मास्क व अन्य वस्तुओं की खरीद राज्य सरकार के स्तर से की जाए। इससे प्रदेश में निर्मित इन वस्तुओं को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा है कि मास्क का उपयोग न करने पर जिस व्यक्ति का चालान किया जाए, उसे ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित मास्क उपलब्ध कराया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सीमेन्ट, ईट, बालू, गिट्टी, मौरंग आदि निर्माण सामग्री उचित और निर्धारित मूल्यों पर जनता को प्राप्त हो। उन्होंने आम के निर्यात के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि टिड्डी दल के प्रकोप के दृष्टिगत पूरी सतर्कता व सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि बरसात के दिनों में भी मनरेगा योजना के तहत कामगारों/श्रमिकों को कार्य दिया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1361 टेªन के माध्यम से लगभग 18.62 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1174 टेªन से 15.62 लाख लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में 102 टेªन और प्रदेश में आ जायेगी। सभी जनपदों के जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित जनपदों में टेªन से आ रहे कामगारों/श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 192 टेªन से 2,41,609 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 80 टेªन के माध्यम से 1,02,369 लोग आए हैं। वाराणसी में 75, आगरा में 10, कानपुर में 16, जौनपुर में 84, बरेली में 11, बलिया में 54, प्रयागराज में 52, रायबरेली में 17, प्रतापगढ़ में 57, अमेठी में 13, मऊ में 37, अयोध्या में 32, गोण्डा में 61, उन्नाव में 27, बस्ती में 55 टेªन जबकि आजमगढ़ में 31, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 22, बांदा में 16, सुल्तानपुर में 23, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 02, अम्बेडकरनगर में 20, हरदोई में 16, सीतापुर में 08, फतेहपुर में 08, फर्रूखाबाद में 01, कासगंज में 09, चंदौली में 12, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, मिर्जापुर में 07, देवरिया में 71, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 02, बलरामपुर में 15, झांसी में 05, पीलीभीत में 01 टेªन आ चुकी हैं। कौशांबी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, इटावा, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, भदोही, लखीमपुर खीरी में भी टेªन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 430 ट्रेन से 6,17,972 लोग, महाराष्ट्र से 258 टेªन से 3,43,406 लोग, पंजाब से 196 टेªन से 2,24,829 कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 18, कर्नाटक से 42, केरल से 09, आन्ध्र प्रदेश से 08, तमिलनाडु से 18, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 32, गोवा से 14, दिल्ली से 76, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01, उड़ीसा से 01 टेªन, असम से 01 टेªन, त्रिपुरा से 01 टेªन, हिमाचल प्रदेश से 01 टेªन तथा उत्तर प्रदेश से 65 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। इस प्रकार विभिन्न माध्यमों से लगभग 24 लाख से अधिक कामगार/श्रमिक अब तक प्रदेश में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त निःशुल्क बस एवं टेªन की व्यवस्था कर रही है।
श्री अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 57,449 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 47,15,292 वाहनांे की सघन चेकिंग में 45,700 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 21,54,74,881 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,61,493 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 845 लोगों के खिलाफ 651 एफआईआर दर्ज करते हुए 306 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 960 हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के 517 थानान्तर्गत 8,21,472 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 47,49,479 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 2373 है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है। फेक न्यूज के तहत अब तक 1185 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल को सूचित किया गया है। अब तक ट्वीटर के 38, फेसबुक के 37, टिकटाॅक के 47 तथा व्हाटसऐप के 01 एकाउण्ट कुल 123 एकाउण्ट्स को ब्लाॅक किया जा चुका है। अभी तक कुल 40 एफआईआर पंजीकृत करायी गयी हैं। विभिन्न जनपदों में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश की 82,262 औद्योगिक इकाइयों द्वारा रु0 1677.36 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है। निर्माण कार्यों से जुडे़ 17.72 लाख श्रमिकों, नगरीय क्षेत्र के 8.71 लाख श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 6.54 लाख निराश्रित व्यक्तियों को रु0 1,000-1,000ध्- के आधार पर कुल 32.97 लाख लोगों को 329.75 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। प्रदेश की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट एवं मास्क सहित कुल 70 इकाईयां क्रियाशील हैं। प्रदेश में 1099 फ्लोर मिल, 499 तेल मिल एवं 312 दाल मिल संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को गारमेन्ट हब बनाने की दिशा में कार्य किया जाय।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 74 जनपदों में 2606 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 3581 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 736 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 200 पूल 10-10 सैम्पल कुल 936 पूल टेस्ट किये गये। इनमें 5-5 सैम्पल के 110 पूल तथा 10-10 सैम्पल के 51 पूल पाॅजीटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 34,935 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों/श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 8,50,899 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया। इनमें 892 लोगों में कोरोना के लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 51,374 निगरानी समिति के माध्यम से 72,18,440 घरों में रह रहे 3,62,29,716 लोगों से सम्पर्क किया गया है। उन्होंने बताया कि घरेलू उड़ाने आज से प्रारम्भ हो गई हैं। उड़ानों के माध्यम से आ रहे यात्रियों को 14 दिन के होम क्वारंटीन में रहने की व्यवस्था है जबकि आने के 06 दिन के बाद यदि वे जांच कराते हैं और रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उनका होम क्वारंटीन समाप्त हो जायेगा।