देहरादून: बीजापुर अतिथि गृह में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वन विकास निगम के ढांचा पुर्नगठन के सम्बंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के
दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर ढांचा पुर्नगठन की रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि वनों में चीड़ के जंगलो में लगने वाली भयावह आग को मद्देनजर रखते हुए इस पर नियंत्रण हेतु डि़पो में जो लीसा है उसकी जल्द से जल्द नीलामी कि प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही विभिन्न स्थानों में पड़े लकड़ी को निस्तारण करने हेतु कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि वन प्रदेश के विकास में मुख्य भूमिका निभायें इस हेतु तत्परता से प्रयास किए जाए। राज्य सरकार द्वारा संचालित वन पंचायतों हेतु विभिन्न विकास योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्राप्त हो इस पर गम्भीरता से कार्य करें। उन्होने कहा कि राज्य में युवाओं को प्रशिक्षित कर अधिक से अधिक स्वरोजगार हेतु तैयार करें। गांव की बंजर पड़ी जमीनों पर वन पंचायतों के सहयोगी बना कर विभिन्न संचालित योजनाओं से युवाओ व महिलाओं को जोडें तथा स्वरोगार के अवसर उपलब्ध करायें।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा राज्य सरकार वन पंचायतों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। वन पंचायतों को मजबूत करने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री वन पंचायत सुदृढ़ीकरण योजना, मुख्यमंत्री चारागाह विकास योजना, वाह्य साह्यतित जायका परियोजना सहित विभिन्न योजनायें संचालित है।