हल्द्वानी: मुख्यमंत्री हरीश रावत,वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश, सिचाई मंत्री यशपाल आर्य ने एमबीपीजी कालेज में सांध्य दैनिक जनपक्ष आज के
विमोचन समारोह का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया।
बतौर मुख्य अतिथि समारोह को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्री रावत ने सांध्य दैनिक जनपक्ष आज के सम्पादक मण्डल को बधाई देते हुये कहा कि हल्द्वानी महानगर का रूप ले चुका है, शहर का क्लेवर भी बदल रहा है व मेट्रोसिटी का स्वरूप ले रहा है। यहां अन्तराष्ट्रीय स्टेडियम के साथ ही सुन्दर सडकें बन रही है। हैलोड्रम, अन्राज्जीय बस अडडा, जू जिसको जूरासिक पार्क की तरह विकसित करने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही हल्द्वानी-रूद्रपुर को मैट्रो से जोडे जाने का प्रयास भी किया जायेगा। उन्होने कहा हल्द्वानी आथ्र्रिक राजधानी है। हम सभी को मिलकर इसको और विकसित करना है ताकि पर्यटक आयें व वाह हल्द्वानी कहें। ऐसे में हल्द्वानी शहर में सांध्य दैनिक जनपक्ष आज भी अपने नये क्लेवर में आ गया है। इससे लोगो के टेस्ट बदलने का भी प्रयास भी किया जाए। पत्रकारिता द्वारा सोसाइटी व समाज को बढने बढाने में सहयोग मिलता रहा है। समाचार पत्र समाज का आईना है।
उन्होने कहा वित्तमंत्री श्रीमती हृदयेश द्वारा शीघ्र ही बजट प्रस्तुत किया जाना है। उन्होने वित्तमंत्री से अनुरोध किया कि वे पूरे जनमानस का ध्यान रखेंगी। उन्होने कहा बजट बनाने में मेरे गांव गधेरों का ध्यान रखते हुये गरीब वर्गो का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होने कहा कि गन्ना, गंगा गौशाला, गाड- गधेरे हमारी प्राथमिकता होगी, साथ ही पहाडी फलों व अनाजों पर भी बजट में ध्यान रखा जायेगा। उन्होने कहा कि भारत में बैस्ट तीर्थो में आज केदारनाथ धाम का नाम जरूर आयेगा। उन्होने सभी आलोचकों व समालोचकों से केदारनाथ जाने का आग्रह भी किया।
अपने सम्बोधन में वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश ने जनपक्ष आज पत्र के परिवार को बधाई देते हुये कहा कि निष्पक्ष व निर्भीक होकर समाचार छापें, समाचार पत्र समाज का आईना होता है। इसलिए जनसमस्याओ को उजागर करना व समाज को दिशा देना भी समाचार पत्र का मुख्य उददेश्य होना चाहिए।
अपने सम्बोधन मे सिचाई मंत्री यशपाल आर्य ने समाचार पत्र को विमोचन पर बधाई देते हुये कहा कि जनपक्ष आज पिछले दस वर्षो से अपने पत्रिका के माध्यम से जनसरोकारो से जनमानस के साथ जुडा हुआ है। आज वह दैनिक सांध्य के रूप मे नये क्लेवर के साथ प्रकाशित हो रहा है खुशी की बात है। अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रा है समाचार पत्र समाज को रास्ता दिखाते तथा कमियां उजागर करते है। निर्भय होकर समाचार लिखे जाए।