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संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी प्रोटोकाॅल का पूरी तरह पालन कराते हुए परिवहन निगम की बसें संचालित कराई जाएं

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि निराश्रितों का सहारा सरकार है। उन्होंने सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने निराश्रितों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए 01 हजार रुपए, बीमार होने की दशा में उपचार के लिए 02 हजार रुपए तथा किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर अन्तिम संस्कार के लिए उसके परिवार को 05 हजार रुपए देने की व्यवस्था की है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कन्टेनमेंट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सक्रिय रखा जाए। पुलिस द्वारा प्रभावी पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भीड़ एकत्र न होने पाए। बाजारों में नियमित फुट पेट्रोलिंग की जाए। हाई-वे तथा एक्सप्रेस-वे पर पी0आर0वी0 112 के माध्यम से सघन पेट्रोलिंग की जाए। पेट्रोलिंग के दौरान पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में जागरूक भी किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन सुनिश्चित कराया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश वापस आने वाले कामगारों/श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर में ले जाते हुए वहां उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों/श्रमिकों को 15 दिन का राशन किट देते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अवश्य दिया जाए। नियमित रूप से खाद्यान्न की व्यवस्था के लिए इनके राशन कार्ड भी बनाए जाएं। उन्होंने क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई तथा सुरक्षा के बेहतर इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा है कि जिलाधिकारियों को सहयोग देने के लिए शासन द्वारा जनपदों में नामित विशेष सचिव स्तर के अधिकारी जनपदों में क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था का नियमित निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री जी ने जनपदों में तैनात स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक स्तर के नोडल अधिकारियों को कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह अधिकारीगण इन अस्पतालों की समस्त व्यवस्थाओं की सीधी जानकारी प्राप्त करते हुए अपनी तथ्यपरक रिपोर्ट शासन को दें। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के इन अधिकारियों से नियमित संवाद रखते हुए कार्यों की जानकारी प्राप्त करने की अपेक्षा की है। मुख्य सचिव द्वारा मुख्यमंत्री जी को यह अवगत कराया गया कि चिकित्सा सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के बेहतर प्रबन्धन के मद्देनजर जिलाधिकारियों तथा मण्डलायुक्तों से लगातार संवाद किया जा रहा है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को निर्देशित किया है कि वे जनपदों में कार्यरत स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारियों से नियमित फीडबैक प्राप्त करते हुए कार्यों की समीक्षा करे। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को सुचारु रूप से संचालित किया जाए। पुलिस, पी0ए0सी0, फायर सर्विस तथा रेलवे पुलिस के कर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जाएं। उत्तर प्रदेश पुलिस, पीएसी तथा चिकित्सा विभाग के कर्मियों को संक्रमणमुक्त रखा जाय। चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से बचाने के उद्देश्य से उनका प्रशिक्षण कार्य निरन्तर संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में निगरानी समितियों के सक्रिय रहने से संक्रमण को रोकने में सहायता मिल रही है। उन्होंने प्रमुख सचिव पंचायती राज तथा प्रमुख सचिव नगर विकास को निगरानी समितियों के कार्यों की नियमित माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि निगरानी समितियां ग्रामीण इलाकों में राजस्व सम्बन्धी विवादों को रोकने में भी उपयोगी भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को ग्राम प्रहरियों को और सक्रिय करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व से सम्बंधित विवादों का शीघ्र निपटारा किया जाय।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों पर सम्बन्धित जिलाधिकारी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा है कि यात्रियों की नियमित तौर पर स्क्रीनिंग की जाए। मेडिकल स्क्रीनिंग की सफलता के लिए यह आवश्यक है कि रेलवे स्टेशन पर इंफ्रारेड थर्मामीटर के द्वारा जांच करने वाले कार्मिकों को यह जानकारी होनी चाहिए कि कितना टेम्प्रेचर नाॅर्मल और कितना टेम्प्रेचर होने पर बुखार होता है। इसी प्रकार पल्स आॅक्सीमीटर संचालित करने वाले कर्मी को भी यह जानकारी होना आवश्यक है कि आॅक्सीजन की कितनी रेंज पाए जाने पर प्रभावित व्यक्ति को आॅक्सीजन देने की आवश्यकता है। इसके दृष्टिगत उन्होंने इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर संचालित करने वाले कार्मिकों को प्रशिक्षण दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के अनुपालन में रेल यात्रियों को कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में हैण्डबिल उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी का यह निर्देश रेलवे को काफी उपयोगी लगा। इसके दृष्टिगत रेलवे ने पूरे देश में समस्त स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को इस प्रकार का हैण्डबिल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि 01 जून से खाद्यान्न वितरण अभियान पुनः प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि गोदाम से लेकर राशन की दुकान तक सभी व्यवस्थाएं सुचारु ढंग से सम्पन्न की जाएं। किसी भी दशा में घटतौली न होने पाए। इसके लिए जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि गोदाम तथा राशन की दुकान पर प्रशासन का अधिकारी हो। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी प्रोटोकाॅल का पूरी तरह पालन कराते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का संचालन कराया जाए। प्रदेश में 01 जून को 2000 परिवहन निगम की बसें चलाई गई हैं। उन्होंने कहा है कि गेहूं क्रय केन्द्रों को पूरी तरह सक्रिय रखते हुए किसानों से गेहूं खरीदने का कार्य तेजी से किया जाए। कामगारों/ श्रमिकों को रोजगार देने के सम्बन्ध में स्थापित किए जाने वाले आयोग का शीघ्र गठन किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में चार चरणों में खाद्यान्न वितरण किया गया है। प्रथम चरण-अप्रैल माह में 3.53 करोड़ राशन कार्ड पर 14 करोड़ से अधिक यूनिट पर 7,47,324.65 मीट्रिक टन खाद्यान्न का नियमित वितरण किया गया, जबकि द्वितीय चरण में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत 3,57,39,226 राशन कार्ड धारकों को 6,86,145.66 मीट्रिक टन चावल का वितरण किया गया। इसी प्रकार तृतीय चरण-मई माह में 3.53 करोड़ राशन कार्ड पर 7,56,626.49 मीट्रिक टन खाद्यान्न का नियमित वितरण किया गया, जबकि चतुर्थ चरण में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत 3,55,43,683 राशन कार्ड धारकों को 6,94,468.06 मीट्रिक टन चावल का वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि 01 जून से प्रारम्भ हुए पांचवे चरण के खाद्यान्न वितरण के तहत अब तक 77,04,854 राशन कार्ड पर 1,89,826.620 मीट्रिक टन गेहूं एवं चावल तथा 7,704.757 मीट्रिक टन चना का वितरण किया जा चुका है। पांचवे चरण के 02 जून तक दो दिन में ही 7,74,854 राशन कार्ड पर 3.28 लाख यूनिट पर 1,79,826 मीट्रिक टन खाद्यान्न का वितरण किया गया। इसके साथ ही 7704 मीट्रिक टन चने का भी वितरण किया गया। इस प्रकार 20 प्रतिशत राशन कार्ड पर खाद्यान्न वितरण सुनिश्चित कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है। प्रदेश में अब तक 304.77 लाख कुन्तल गेहूं क्रय किया गया जिसके लिए 3,890 करोड़ रूपए का भुगतान सीधे किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 88,870 कुन्तल चना एवं 2640 कुन्तल सरसों का क्रय किया गया है। सरकार द्वारा पंजीकृत 2.04 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत दो बार 2-2 हजार रूपए दिये जा चुके हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों को छोड़कर वर्तमान में लघु, मध्यम एवं वृहद श्रेणी की 3,19,648 औद्योगिक इकाईयां प्रदेश में क्रियाशील हैं जबकि सूक्ष्म श्रेणी की 78,760 औद्योगिक इकाईयां क्रियाशील की गई हैं। इन औद्योगिक इकाईयों में लगभग 28.82 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि चीनी मिलों को निरन्तर चालू रखते हुए 72,424 चीनी मिल वर्कर्स को रोजगार उपलब्ध कराया गया। वर्तमान पेराई सत्र में 11,500 लाख कुन्तल गन्ना की पेराई एवं 1,250 लाख कुन्तल चीनी उत्पादन हुआ। उत्तर प्रदेश में अब तक 99,000 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है। वर्तमान पेराई सत्र में अब तक लगभग 20,000 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य का भुगतान गन्ना किसानों को किया जा चुका है।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1660 टेªन के माध्यम से 22.56 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1604 टेªन से 21.69 लाख से अधिक लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। इसके साथ ही 56 टेªन को और सहमति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि टेªन एवं बसों के माध्यम से अब तक 26.02 लाख से अधिक लोगों को उनके गृह जनपद में सकुशल पहंुचाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि सभी माध्यमों से अभी तक 32 लाख श्रमिक कामगार प्रदेश में आये हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 270 टेªन से 3,47,062 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 113 टेªन के माध्यम से 1,46,515 लोग आए हैं। वाराणसी में 119, आगरा में 11, कानपुर में 17, जौनपुर में 139, बरेली में 12, बलिया में 71, प्रयागराज में 64, रायबरेली में 22, प्रतापगढ़ में 75, अमेठी में 17, मऊ में 48, अयोध्या में 37, गोण्डा में 71, उन्नाव में 28, बस्ती में 87 टेªन जबकि आजमगढ़ में 42, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 32, बांदा में 21, सुल्तानपुर में 28, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 04, अम्बेडकरनगर में 24, हरदोई में 20, सीतापुर में 13, फतेहपुर में 09, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 17, इटावा मेें 01, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, भदोही में 04, मिर्जापुर में 11, देवरिया में 103, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, बलरामपुर में 19, मुजफ्फरनगर में 01, महोबा में 01, झांसी में 05, पीलीभीत में 01, महाराजगंज में 01 एवं कौशांबी में 01 टेªन आ चुकी हैं। मुरादाबाद, मेरठ, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी में भी टेªन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 530 ट्रेन से 7,76,489 लोग, महाराष्ट्र से 439 टेªन से 5,93,149 लोग, पंजाब से 233 टेªन से 2,74,147 कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 23, कर्नाटक से 55, केरल से 14, आन्ध्र प्रदेश से 11, तमिलनाडु से 37, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 36, गोवा से 21, दिल्ली से 98, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 02, उड़ीसा से 01 टेªन, असम से 01 टेªन, त्रिपुरा से 01 टेªन, हिमाचल प्रदेश से 04 टेªन, उत्तराखण्ड से 03, जम्मू-कश्मीर से 02 तथा उत्तर प्रदेश से 90 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 3231 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 5078 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 900 पूल टेस्ट किये गये, जिसमें से 785 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 115 पूल 10-10 सैम्पल के थे। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 51,451 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। उन्होंने बताया कि 20 ट्रूनेट मशीन जनपदों को उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। कल 21 ट्रूनेट मशीन और आ गई हैं, शेष 34 ट्रूनेट मशीन आगामी 2-3 दिन में प्राप्त हो जाएंगी। इस प्रकार प्रत्येक जनपद को एक-एक ट्रूनेट मशीन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों/श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 11,68,917 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, इनमें 1036 लोगों में कोरोना जैसेे लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,01,874 सर्विलांस टीम द्वारा 79,06,668 घरों के 4,01,73,231 लोगों का सर्वेक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि टेªेन से आने वाले यात्रियों को 14 दिन तक होम क्वारंटीन मेें रहना होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना से रिकवरी का प्रतिशत 59.51 है। उन्होंने बताया कि आईसीएमआर द्वारा नई गाइडलाइन जारी की गयी है जिसके अनुसार जनपदों में ब्लड के नमूने लेकर एलिजा टेस्ट के माध्यम से कोरोना का अंदाजा लगाया जा सकता है। अभी तक 10 जनपदों में नमूने लिये गये हैं।

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