नई दिल्ली: ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज एलईडी आधारित घरेलू सक्षमता लाइटिंग कार्यक्रम (डीईएलपी) को ‘उजाला’ नाम दिया। डीईएलपी देश के
120 शहरों में सफलतापूर्वक चल रहा है। उजाला ऊर्जा सक्षमता सेवा लिमिटेड (ईईएसएल) द्वारा लागू किए जा रहे ‘सभी के लिए रियायती एलईडी से उन्नत ज्योति’ कार्यक्रम का संक्षिप्त नाम है। माननीय प्रधानमंत्री ने जनवरी, 2015 में राष्ट्रीय एलईडी कार्यक्रम लांच किया था। इसमें 77 करोड़ चमकीले बल्बों को एलईडी बल्ब से बदलना था। उजाला 12 राज्यों-राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, झारखंड, बिहार तथा उत्तराखंड में सफलतापूर्वक चल रहा है। इस अवसर पर श्री पीयूष गोयल ने कहा कि उजाला की घोषणा से हमें प्रसन्नता हुई है। यह भारत में ऊर्जा क्षमता का नया रूप होगा। ऊर्जा क्षमता सेवा लिमिटेड (ईईएसएल) के सतत प्रयास से उजाला एलईडी के प्रति लोगों की धारणा बदलेगी और ऊर्जा सक्षमता बढ़ेगी। यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, क्योकि इससे भारत को अपने राष्ट्रीय निर्धारित योगदान (आईएनडीसी) के अंतर्गत उत्सर्जन तीव्रता कम करने के संकल्प को पूरा करने में मदद मिलेगी। ईईएसएल ने देश में 7.47 करोड़ एलईडी बल्ब दिए हैं। इससे रोजाना 2.66 करोड़ केडब्ल्यूएच ऊर्जा की बचत हो रही है और इससे 1944 मेगावाट से अधिक की पीक मांग को टालने में मदद मिली है। इससे प्रतिदिन 21,550 टन सीओ2 कम करने में मदद मिली है और अनुमानतः रोजाना 10.64 करोड़ रुपए की लागत बचत हो रही है।