कोरोना से जनता भले खौफजदा और पीड़ित हो, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स से कई क्षेत्रों में लोग संतुष्ट भी हैं. वर्चुअल सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने भी अपने अनुभव बताए. जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई करते हुए जो भी आदेश देते हैं वो खुद ही लैपटॉप पर टाईप भी करते हैं.
मंगलवार को ऐसा ही करते हुए जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वह कोर्ट मास्टर को आदेश देने के बजाय खुद लैपटॉप पर आदेश लिखते हैं, क्योंकि ये डिक्टेशन देने के मुकाबले ज्यादा आसान, सरल और सहज होता है. लैपटॉप पर अपना खुद का आदेश टाइप करना बहुत अच्छा है, क्योंकि यह आदेश बहुत सटीक हो जाता है.
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि आदेश टाइप के बाद में किसी भी टाइपिंग मिस्टेक या सुधार की जरूरत ही नहीं पड़ती. उनकी इस सुझावात्मक टिप्पणी से निकट भविष्य में अन्य जज भी इसे अपना सकते हैं. गौरतलब है कि कोरोना के कारण सुप्रीम कोर्ट में इन दिनों वर्चुअल सुनवाई चल रही है.
कोरोना काल के बीच 6 जुलाई को ‘सांकेतिक ग्रीष्मावकाश’ के बाद सुप्रीम कोर्ट को खोल दिया गया था, लेकिन ये भी साफ हो गया था कि सितंबर तक तो कोर्टरूम में पहले की तरह सामान्य सुनवाई नहीं हो सकेगी. सुप्रीम कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई लॉकडाउन से दो दिन पहले 23 मार्च से शुरू है.
वर्चुअल सुनवाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने वकीलों को ऑनलाइन सूचना वाला सर्कुलर भेज था. इसमें कहा गया कि वकीलों को कोर्ट में वर्चुअल रूप से पेश होना हो वो सुनिश्चित कर लें कि उनके मोबाइल, लैपटॉप, पीसी या फिर आईपैड में 4जी तकनीक से युक्त डेडीकेटेड लाइन वाला इंटरनेट कनेक्शन है. आज तक