लखनऊः उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह उत्तर प्रदेश में विदेशी निवेश लाने के लिए किये जा रहे वर्चुअल संवाद की श्रृखंला को आगे बढ़ाते हुए आज साउथ कोरिया में भारत की राजदूत सुश्री श्रीप्रिया रंगनाथन से आॅनलाइन चर्चा की और साउथ कोरिया के साथ व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाने में सहयोग देने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के निवेशकों की सुविधा के लिए प्रदेश में स्पेशल हेल्प डेस्क स्थापित कराई गई है। इसके साथ ही उद्यमियांे की सहूलियत के लिए कोरियन लैग्वेज के एक्सपर्ट को नियुक्त किया गया है। उन्होंने यह भी कहा 0कि राज्य सरकार की ओर से कोरियन कंपनियों को हर प्रकार का सहयोग दिया जायेगा।
श्री सिंह ने कहा कि साउथ कोरिया 50 बिलियिन डालर का प्रतिवर्ष इलेक्ट्रानिक और इलेक्ट्रिक्स गुड्स का विश्व भर से क्रय है। इसमें से 50 प्रतिशत अकेले चीन से आयात होता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से साउथ कोरिया में निर्यात की बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने एम्बेसडर से साउथ कोरिया में उत्तर प्रदेश से आयात को बढ़ाने में विशेष सहयोग देने का आह्वाहन किया। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि राज्य सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए नई औद्योगिक निवेश नीति लागू करने के साथ ही पूर्व में प्रचलित वर्ष 2007 और 2014 की पालिसी में जो सुविधाएं दी गई थी, उनको बढ़ाने का कार्य किया है। इससे प्रदेश मंे पहले से स्थापित इकाइयों एवं नये निवेशकों को भरपूर लाभ मिल रहा है।
राजदूत ने कहा कि अयोध्या के साथ साउथ कोरिया का बहुत पुराना रिश्ता है। अयोध्या जिले की बेटी की शादी साउथ कोरिया के राजा से हुई थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के साथ व्यापारिक रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए आॅनलाइन प्रोग्राम आयोजित करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि यू0पी0 में आयोजित डिफंेस एक्सपो में दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री शामिल हुए थे। वेे राज्य रक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम से काफी प्रभावित थे। इसके देखते हुए दक्षिण कोरिया से यू0पी0 में निवेश आने की बहुत बड़ी सम्भावना है। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे दक्षिण कोरिया और उत्तर प्रदेश के बीच व्यापार को बढ़ाने में हर प्रकार का सहयोग देंगे।