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विद्युत मंत्रालय ने पिछले 3-4 वर्षों में बिहार में विद्युतीकरण के लिए 11,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है: आर.के. सिंह

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केंद्रीय विद्युत, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री श्री आर के सिंह ने आज एनटीपीसी द्वारा बिहार में अपने बाढ़ (1320 मेगावाट क्षमता), नबीनगर पावर जनरेशन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, एनपीजीसीएल, नबीनगर (660 मेगावाट क्षमता) और कांटी बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड, कांटी (610 मेगावाट क्षमता) वाले संयंत्र परिसरों के आसपास विकसित की गई कई सामुदायिक सुविधाओं से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

श्री सिंह ने एनटीपीसी के बाढ़ स्थित संयंत्र परिसर के पास स्थित दो सामुदायिक केंद्रों-सहरी और सहनौरा का, नबीनगर में 3 किलोमीटर लंबी मेह- इंद्रपुरी बैराज सड़क का और औरंगाबाद के कांटी स्थित एनटीपीसी के बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड के बहुउद्देश्यी प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया। इन बुनियादी ढांचों के निर्माण से स्थानीय लोगों के लिए जीवन सुविधाजनक हो जाएगा और संपर्क सुविधाएं बेहतर हो जाएंगी जिससे यात्रा के समय में भी बचत होगी।

पटना से इन जन सुविधाओं का उद्घाटन करते हुए श्री सिंह ने कहा कि विद्युत मंत्रालय ने पिछले 3-4 वर्षों में बिहार में विद्युतीकरण के लिए 11,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। जिसमें आज दिखाई दे रहीं सबस्टेशन, ट्रांसमिशन और ग्रामीण विद्युतीकरण की परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी ने राष्ट्र निर्माण के संदर्भ में किए गए हर निवेश पर अच्छा रिर्टन दिया है। श्री सिंह ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में कोयले और रेलवे माल ढुलाई की लागत में 40 प्रतिशत की वृद्धि हो जाने के बावजूद एनटीपीसी की बेहतरीन कार्यदक्षता की बदौलत ही बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी को 12 प्रतिशत तक सीमित रखा जा सका है।

श्री आर के सिंह ने आगे कहा कि “संगठन ने 257.5 करोड़ रुपये दिए हैं जो कि पीएम केयर फंड को प्रदान की गई किसी भी विद्युत पीएसयू में सबसे ज्यादा है। इसने एम्स पटना को 12 करोड़ रुपये से ज्यादा प्रदान किए हैं। एनटीपीसी बिजली उत्पादन के अन्य तरीकों के लिए अपने पोर्टफोलियो में बदलाव कर रहा है और हमारे पास इसको वास्तविक रूप में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में तब्दील करने का एक दृष्टिकोण है। एनटीपीसी को ओडिशा में ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण करने की जिम्मेदारी भी प्रदान की गई थी, जिसे एनटीपीसी ने समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया।”

आज शुरू की गई इन सुविधाओं और अवसंरचनाओं के निर्माण से स्थानीय लोगों का जीवन आसान हो जाएगा, अभिगमन में सुधार होगा और यात्रा में लगने वाले समय में कमी आयेगी।

उद्घाटन समारोह में औरंगाबाद के सांसद, श्री सुशील कुमार सिंह, बाढ़ के विधायक, श्री ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, कांटी के विधायक, श्री अशोक कुमार चौधरी, नबीनगर के विधायक, श्री वीरेंद्र कुमार सिंह के साथ-साथ एनटीपीसी के सीएमडी, श्री गुरदीप सिंह, बिहार के ऊर्जा मंत्रालय, एनटीपीसी और बिहार प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

इस अवसर पर बोलते हुए औरंगाबाद के सांसद श्री सुशील कुमार सिंह ने कहा कि “मैं एनटीपीसी द्वारा सीएसआर और बिजली उत्पादन के प्रयासों के लिए उसके प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं। आज, बिजली एक विलासिता नहीं बल्कि एक आवश्यकता है। यहां तक कि स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं भी बिजली पर निर्भर है। हमें यह जानकर गर्व महसूस हो रहा है कि बिहार जल्द ही 10,000 मेगावाट बिजली उत्पन्न करेगा।”

बाढ़ के विधायक, श्री ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि एनटीपीसी द्वारा दो आकर्षक सामुदायिक भवनों का निर्माण किया जा रहा है जो इस क्षेत्र के विकास में योगदान देंगें। विद्युत मंत्री के मार्गदर्शन में आज हमारे क्षेत्र में 24X7 बिजली प्राप्त हो रही है।”

नबीनगर के माननीय विधायक श्री वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा, “एनटीपीसी की ये सीएसआर पहल बिहार के लिए सरकार के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करती है। ये सड़क राष्ट्रीय विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि ये सड़क पटना के लिए यात्रा को सुविधाजनक बना देगी।”

कांटी के माननीय विधायक श्री अशोक कुमार चौधरी ने कहा, “एनटीपीसी कांटी में मल्टीफंक्शनल मेन गेट कॉम्प्लेक्स का निर्माण यहां के लोगों के लिए अपार खुशी का कारण है। इसने पूर्वी बिहार में कांटी क्षेत्र की प्रतिष्ठा बढ़ा दी है।”

एनटीपीसी के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने इस अवसर पर कहा, “श्री आर के सिंह जी के प्रेरणादायी मार्गदर्शन में एनटीपीसी की तरक्की ने बिहार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 62,910 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता में से वर्तमान में एनटीपीसी की बिहार में 6,150 मेगावाट की क्षमता है। इसके अलावा 3800 मेगावाट क्षमता पाइपलाइन में है। हम बिहार के विकास के लिए विभिन्न सीएसआर पहल करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं और ऐसी महत्वपूर्ण पहलों के लिए हम यहां एकत्र हुए हैं।”

सीएसआर पहल के तहत बाढ़ एनटीपीसी ने निकटवर्ती गांवों में 13,500 ग्रामीणों की मदद करने के लिए 62 लाख रुपये में दो सामुदायिक भवनों का निर्माण किया है।

इस उद्घाटन समारोह के दौरान सहनौरा और सहरी (बाढ़) में सामुदायिक केंद्र, मेह-इंद्रपुरी बराज रोड (नबीनगर), कांटी बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड (केबीयूएनएल), मेन गेट कॉम्प्लेक्स (कांटी) में मरम्मत कार्य पर फिल्में हितधारकों को दिखाई गईं।

कुल 62.9 गीगावाट की स्थापित क्षमता के साथ एनटीपीसी समूह के पास 70 पावर स्टेशन हैं जिनमें 24 कोयला, 7 संयुक्त चक्र गैस/तरल ईंधन, 1 हाइड्रो, 13 नवीकरण ऊर्जा के और साथ ही साथ 25 सहायक और जेवी पावर स्टेशन शामिल हैं। इस समूह के पास 20 गीगावाट क्षमता निर्माणाधीन है, जिसमें से 5 गीगावाट में नवीकरण ऊर्जा क्षमता शामिल है।

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