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प्रदेश में एक दिन में अब तक का सर्वाधिक कुल 1,64,787 सैम्पल की जांच की गयी

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने आज ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के तृतीय चरण का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान से सम्बन्धित जागरूकता वीडियो का लोकार्पण भी किया। यह अभियान 01 अक्टूबर, 2020 से 31 अक्टूबर, 2020 तक संचालित किया जाएगा। इससे पूर्व, मार्च, 2020 एवं माह जुलाई, 2020 में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के क्रमशः प्रथम व द्वितीय चरण संचालित किये गये थे।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के समन्वय, डब्ल्यू0एच0ओ0, यूनीसेफ जैसी संस्थाओं के सहयोग एवं जनसहभागिता के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा विगत 03 वर्षाें से संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभियान संचालित किया जा रहा है। इन अभियानों से प्रदेश में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है। इस दिशा में राज्य की सफलता देश व दुनिया के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने बताया कि इसके अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाकर ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, कृषि, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, नगर विकास आदि विभागों के अन्तर्विभागीय समन्वय से स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता तथा बीमारी के प्रति जन जागरूकता के कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावी सर्विलान्स की व्यवस्था भी प्रारम्भ की गयी।
श्री अवस्थी ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 पर प्रभावी नियन्त्रण के लिए प्रोएक्टिव होकर कार्य करने पर बल दिया है। उन्होंने कोविड-19 की रिकवरी दर को और बेहतर करने के लिए लक्ष्य केन्द्रित दृष्टिकोण के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए है कि जनपद लखनऊ और कानपुर नगर में विशेष ध्यान देते हुए रिकवरी दर में और वृद्धि की जाए। उन्होंने कहा है कि जनपद फर्रुखाबाद में पाॅजिटिविटी दर को कम करने के लिए एक मेडिकल टीम भेजी जाए तथा जनपद में एल-2 कोविड चिकित्सालय को तत्काल क्रियाशील किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने जनपद जालौन में कोविड-19 के मरीजों को बेहतर उपचार सुलभ कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिले में नए एनेस्थीसियोलाॅजिस्ट की तैनाती करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में भर्ती मरीजों से भी सी0एम0 हेल्पलाइन द्वारा संवाद स्थापित कर रोगियों का कुशलक्षेम लिया जाए। उन्होंने बताया कि संक्रमण के नियंत्रण में प्रभावी सर्विलांस की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सर्विलांस गतिविधियों को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। इसके लिए इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर की व्यवस्था सुदृढ़ रखी जाए। उन्होंने कहा कि जनरल ओ0पी0डी0 संचालित करने वाले अस्पताल एवं चिकित्सक, कोविड-19 की स्क्रीनिंग के पश्चात ही रोगियों का उपचार करें। स्क्रीनिंग के लिए इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाना चाहिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए है कि एम0एस0पी0 के तहत धान क्रय व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित किया जाए। किसान को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए धान क्रय व्यवस्था से जुड़े अधिकारी क्रय केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करते रहें। उन्होंने धान क्रय केन्द्रों पर कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन करते हुए खरीद की कार्यवाही संचालित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा है कि अतिवृष्टि से जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है, ऐसे प्रभावित किसानों को सर्वे कराकर तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में आज अनलाॅक-5 की गाइडलाइन मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जारी कर दी गयी है, उन्होंने बताया कि दी गयी गाइडलाइन के अनुसार कन्टेनमेंट जोन के बाहर समस्त स्कूल एवं कोचिंग संस्थान शैक्षणिक कार्य हेतु 15 अक्टूबर, 2020 के बाद चरणबद्ध तरीके से खोले जा सकेंगे। यह निर्णय स्कूल व संस्थान के प्रबन्धन से विचार-विमर्श कर एवं स्थिति का आंकलन कर जिला प्रशासन द्वारा लिया जाएगा। जिसके अन्तर्गत ऑनलाइन दूरस्थ शिक्षा हेतु अनुमति जारी रहेगी और इसे प्रोत्साहित किया जाएगा एवं इस व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी। जहां स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं चला रहे है एवं कुछ छात्र भौतिक रुप से कक्षाओं में शामिल होने के बजाए ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल होने के इच्छुक है, तो उनको इसकी अनुमति दी जा सकती है। छात्र सम्बन्धित स्कूल शैक्षणिक संस्थानों में अपने माता-पिता (अभिभावक) की लिखित सहमति से ही उपस्थित हो सकते है। इसके साथ ही स्कूल व शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की उपस्थिति बिना माता-पिता (अभिभावक) के सहमति से अनिवार्य नहीं करायी जा सकती। यह माता-पिता (अभिभावक) की सहमति पर निर्भर होगा। स्कूल व शैक्षणिक संस्थानों को खोलने हेतु स्वास्थ्य एवं सुरक्षा सावधानियों के सम्बन्ध में शिक्षा विभाग द्वारा ैजंदकंतक व्चमतंजपदह च्तवबमकनतम ;ैव्च्द्ध स्कूल, शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ैव्च् के आधार पर स्थानीय आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों को खोलने हेतु अनुमति दी जाएगी उनके द्वारा अनिवार्य रुप से शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्राविधानों का अनुपालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाविद्यालयों व उच्च शिक्षा संस्थानों के खोलने के समय का निर्धारण उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गृह मंत्रालय, भारत सरकार की सहमति एवं वर्तमान स्थिति का आंकलन करते हुए किया जाएगा। ऑनलाइन व दूरस्थ शिक्षा को प्रोत्साहित किया जाएगा व इसे प्राथमिकता दी जाएगी।
श्री अवस्थी ने बताया कि उच्च शिक्षा-संस्थानों जिनमें केवल पी0एच0डी0 शोधार्थियों तथा परास्नातक के छात्रों जिनको विज्ञान एवं तकनीकी विधाओं में प्रयोगशाला सम्बन्धी कार्यों की आवश्यकता पड़ती हो, को 15 अक्टूबर, 2020 से खोलने की अनुमति गाइडलाइन अनुसार रहेगी। केन्द्र द्वारा वित्त पोषित उच्च शैक्षणिक संस्थान (भ्पहीमत म्कनबंजपवद प्देजपजनजपवद) के प्रमुख स्वयं आंकलन करेंगे कि उनके संस्थानों में (च्ी.क्) शोधार्थी एवं परास्नातक छात्रों जोकि विज्ञान एवं तकनीकी विधाओं से हो, को प्रयोगशाला सम्बन्धी कार्यों की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त अन्य उच्च शैक्षणिक संस्थान जैसे कि शासकीय निजी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों को केवल शोधार्थी एवं परास्नातक विज्ञान एवं तकनीकी विद्यार्थियों के प्रयोगशाला सम्बन्धी कार्यो के लिए खोलने के सम्बन्ध में केन्द्र सरकार के अनुसार गाइडलाइंस का पालन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि तरण-तालों को खिलाड़ियों के प्रशिक्षण हेतु युवा कल्याण एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले निर्धारित मानकों ;ैव्च्द्ध के अनुसार दिनांक 15 अक्टूबर, 2020 से खोले जाने की अनुमति होगी। कन्टेन्मेंट जोन्स के बाहर सिनेमा, थिएटर व मल्टीपैलेक्स को अपनी निर्धारित दर्शकों के बैठने की क्षमता के अधिकतम 50 प्रतिशत तक लोगों के बैठने हेतु, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले निर्धारित मानकों ;ैव्च्द्ध के अनुसार, दिनांक 15 अक्टूबर, 2020 से खोले जाने की अनुमति होगी। उन्होंनंे बताया कि मनोरंजन पार्क एवं ऐसे स्थलों को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले निर्धारित मानकों ;ैव्च्द्ध के अनुसार दिनांक 15 अक्टूबर, 2020 से खोले जाने की अनुमति होगी। कन्टेन्मेंट जोन के बाहर ठनेपदमेे जव ठनेपदमेे ;ठ2ठद्ध प्रदर्शनी को वाणिज्य विभाग, भारत सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले निर्धारित मानकों ;ैव्च्द्ध के अनुसार, दिनांक 15 अक्टूबर, 2020 से खोले जाने की अनुमति होगी ।
श्री अवस्थी ने बताया कि कन्टेनमेंट जोन के बाहर समस्त सामाजिक, शैक्षिक, खेल, मनोरंजन, साँस्कृतिक, धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रमों एवं अन्य सामूहिक गतिविधियों को, अधिकतम 100 व्यक्तियों के लिए शुरू करने की अनुमति पूर्व में ही दी जा चुकी है। 100 से अधिक व्यक्तियों के लिए अनुमति कन्टेनमेंट जोन के बाहर, किसी भी बन्दस्थान यथाय हॉल व कमरे की निर्धारित क्षमता का 50 प्रतिशत किन्तु अधिकतम 200 व्यक्तियों तक को फेस मॉस्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्केनिंग व सेनेटाइजर एवं हैण्ड वॉश की उपलब्धता की अनिवार्यता के साथ। उन्होंने बताया कि किसी भी खुले स्थान/मैदान पर ऐसे स्थानों के क्षेत्रफल के अनुसार फेस मॉस्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्केनिंग व सेनेटाइजर एवं हैण्ड वॉश की उपलब्धता की अनिवार्यता के साथ।
श्री अवस्थी ने बताया कि गृह विभाग द्वारा धारा-188 के तहत 2,31,756 एफआईआर दर्ज करते हुये 4,37,259 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 1,69,13,589 वाहनांे की सघन चेकिंग में 75,039 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 88,35,78,226 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 4,40,360 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 1261 लोगों के खिलाफ 933 एफआईआर दर्ज करते हुए 452 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के अन्तर्गत 2658  मामलों को संज्ञान में लेते हुए अभी तक कुल 105 एफआईआर पंजीकृत करायी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 17,100 कन्टेनमेंट जोन के 1,197 थानान्तर्गत, 12,55,285 मकानों के 69,84,554 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन कन्टेनमेंट जोन में कोरोना पाॅजिटिव लोगों की संख्या 44,931 है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कन्टोमेन्ट जोन की संख्या में कमी आई है। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार कल 7,775 बसों के माध्यम से 11,89,748 लोगों ने यात्रा की। हवाई जहाज से 942 लोगों ने तथा 193 टेªेनों के माध्यम से 74,743 लोगों ने यात्रा की।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि आज मा0 मुख्यमंत्री जी ने 01 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के मध्य संचारी रोग अभियान का शुभारम्भ किया। इसके अन्तर्गत सभी 75 जनपदों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वीडिया कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जुड़े। एक माह तक चलने वाले इस अभियान में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आई0सी0डी0एस0, ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज, शिक्षा विभाग, नगर निगम/शहरी विकास, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, सूचना विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा के अंर्तविभागीय सहयोग के द्वारा संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने इस दौरान कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए भी जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इसी के मध्य 01-15 अक्टूबर के मध्य दस्तक अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत आशा बहुएं एवं आंगनबाड़ी कार्यकात्री घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चांे व महिलाओं का लाइन लिस्टिंग करेंगी। जिनका बाद में अभियान चलाकर टीकाकरण किया जायेगा।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में अब तक का सर्वाधिक कुल 1,64,787 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,02,63,709 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटंे में कोरोना के संक्रमित 4,095 नये मामले आये है। प्रदेश में अब तक कुल 3,46,859 लोग पूर्णतया उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 4444 लोग उपचारित हुए। प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 86.04 है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 50,378 कोरोना के एक्टिव मामले है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक्टिव केसों में 26 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में 24,135 लोग हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 3634 लोग तथा सेमी पेड एल-1 प्लस में 109 लोग ईलाज करा रहे है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,27,439 क्षेत्रों में 3,94,489 सर्विलांस टीमों के माध्यम से 2,57,30,773 घरों के 12,75,63,366 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 01 जनवरी से 30 सितम्बर तक जे0ई0 में 117 केस आयें थे, जबकि इस वर्ष 30 सितम्बर तक 56 केस आये है। इसी प्रकार पिछले वर्ष 01 जनवरी से 30 सितम्बर तक ए0ई0एस0 में 1391 तथा इस वर्ष 864 केस है। पिछले वर्ष 01 जनवरी से 30 सितम्बर के मध्य डेंगी में 1442 तथा इस वर्ष 212 है। पिछले वर्ष 01 जनवरी से 30 सितम्बर तक मलेरिया के 15,101 तथा इस वर्ष 4687 केस है। पिछले वर्ष 01 जनवरी से 30 सितम्बर तक एच-1 एन-1 के 2,043 तथा इस वर्ष 252 केस है।

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