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डॉ. हर्षवर्धन ने इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के समस्‍त सदस्‍यों को कोविड के खिलाफ जन आन्दोलन तैयार करने के प्रधानमंत्री के आह्वान से अवगत कराया

देश-विदेश

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी और सेंट जॉन एम्बुलेंस की वार्षिक आम बैठक में आज अध्यक्ष के रूप में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।

आईआरसीएस को निरंतर प्रोत्साहन और समर्थन देने के लिए भारत के माननीय राष्ट्रपति और इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी और सेंट जॉन एम्बुलेंस (इंडिया) के अध्यक्ष श्री राम नाथ कोविंद जी का आभार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, “आईआरसीएस में इस तरह की आभासी बैठक आयोजन करने का यह पहला अवसर है। वैसे, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि यह इन दिनों हमारे जीवन का ‘नया सामान्य’ है। वर्तमान में जारी कोविड-19 महामारी ने हमें इस तरह से काम करने के लिए मजबूर कर दिया है।”

आईआरसीएस के अस्तित्व के 100 वर्ष पूरा होने और असंख्य लोगों के जीवन की रक्षा करने तथा लोगों के एक बड़े वर्ग के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए इस संगठन के सदस्‍यों को बधाई देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने उनका ध्‍यान मौजूदा समय में जारी इस महामारी की ओर आकृष्‍ट किया, जिसका प्रकोप पिछले दस महीने से जारी है। उन्होंने कहा, “लगभग हर देश इस बीमारी के प्रभाव को अपने तरीके से कम करने की जी-जान से कोशिश कर रहा है। भारत में केंद्र सरकार काफी समय पहले ही हरकत में आ गई थी और तभी से महामारी के समग्र प्रभाव को कम करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं।”

कोविड महामारी के दौरान साहसपूर्ण नेतृत्‍व और विजन के साथ देश का संचालन करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी जी आभार प्रकट करते हुए उन्होंने सभी को भारत के कोरोना योद्धाओं के साहसी योगदान की याद दिलायी। उन्‍होंने कहा‍, “जैसा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री का कहना है कि भारत की कोविड-19 की जंग जनता द्वारा प्रेरित है और इसे हमारे कोविड योद्धाओं से अपार ताकत मिलती है। मैं इस अवसर का लाभ उठाकर देश के सभी कोरोना योद्धाओं और विशेष रूप से उनकी माताओं और परिवार के सदस्यों को सलाम करता हूं, जिन्होंने हमेशा उन्हें कोविड-19 के खिलाफ जंग की सफलता में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। हमारे सामूहिक प्रयासों ने कई लोगों के जीवन की रक्षा करने में मदद की है। हम यह सिलसिला जारी रखेंगे और इस वायरस से अपने नागरिकों की रक्षा करेंगे।”

इसके उपरांत डॉ. हर्षवर्धन ने उस शक्तिशाली सामाजिक वैक्सीन का उल्‍लेख किया, जो इस बीमारी की रोकथाम कर सकता है और जो कोविड के खिलाफ जन आन्दोलन का आधार है, “6 फुट की दूरी बनाए रखने, हाथों को नियमित रूप से धोने और विशेष रूप से सार्वजनिक स्‍थानों पर मास्क/फेस कवर पहनने से आजीविका के साथ-साथ जीवन की भी रक्षा हो सकती है, जो सरकार का अंतिम लक्ष्य है।”

ब्‍लड सेंटर्स और ब्‍लड सर्विसेज के माध्यम से आईआरसीएस की ओर से निभाई गई भूमिका पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “आईआरसीएस ने अपने ब्‍लड सेंटर्स के माध्यम से यह सुनिश्चित करने का हरसंभव प्रयास किया कि जरूरतमंद लोगों के लिए रक्त और रक्त उत्पादों की कोई कमी न होने पाए। स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के नए तरीकों के साथ-साथ कर्मचारियों, प्रबंधकों और स्वयंसेवकों के समर्पित प्रयासों के परिणामस्‍वरूप देश भर में 24×7 रक्त सेवाएं उपलब्‍ध रहीं।” उन्होंने थैलेसीमिया केंद्र और एनएचक्यू ब्‍लड सेंटर में 24X7 नियंत्रण कक्ष और रेड क्रॉस द्वारा विकसित मोबाइल ऐप ‘ई- ब्‍लड सर्विसेज’ जैसे नए उपक्रमों के लिए सदस्यों का आभार प्रकट किया जिनके कारण जरूरतमंद व्‍यक्ति को रक्‍त की सुनिश्चित उपलब्धता के साथ उसके वहां पहुंचने से पहले ब्‍लड यूनिट्स तैयार रखने की व्‍यवस्‍था संभव हो सकी।

इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी और सेंट जॉन एम्बुलेंस द्वारा समुदाय-आधारित प्राथमिक चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी सेवाएं प्रदान करने का उल्‍लेख करते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में हाल ही में आए अम्‍फन चक्रवात और असम, बिहार और उत्तर प्रदेश में आई बाढ़ के दौरान संगठन की ओर से किए गए कार्यों के लिए की भी उसकी प्रशंसा की। उन्‍होंने कहा, “इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी अपने स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्रदान करके, राहत सामग्री का भंडार तैयार करके तथा जागरूकता और प्रभाव को न्‍यूनतम करने जैसी गतिविधियों को अंजाम देते हुए आपदा से निपटने की अपनी तैयारी और राहत पहुंचाने की क्षमता का निर्माण कर रही है। स्थानीय स्वयंसेवकों को प्राथमिक चिकित्सा और आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित करने के लिए सोशल इमरजेंसी रिस्पांस वालंटियर (सर्व) परियोजना को व्‍यापक बनाया गया है।”

डॉ. हर्षवर्धन को न केवल राष्ट्रीय मुख्यालय के क्षेत्रीय गोदामों में भंडार की गई राहत सामग्री, बल्कि बाढ़ और अन्य आपदाओं की आशंका वाले राज्यों के गोदामों में भंडार की गई सामग्री से भी अवगत कराया गया।

महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोशियारी, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, मणिपुर की राज्यपाल सुश्री नजमा हेपतुल्ला, उत्तराखंड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य अपने-अपने राज्यों में रेड क्रॉस के अध्यक्ष के रूप में इस आयोजन में उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम में आईआरसीएस के उपाध्यक्ष श्री अविनाश राय खन्ना, आईआरसीएस और सेंट जॉन एम्बुलेंस (इंडिया) के महासचिव श्री आर के जैन, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण और आईआरसीएस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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