लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री, डा0 महेन्द्र सिंह ने लोक सेवा आयोग, प्रयागराज से चयनित अवर अभियन्ता सेवा में अपने बैच के टाॅपर सीतापुर निवासी, श्री आशुतोष सिंह को उनकी पसन्द के जनपद बुुलन्दशहर के मध्य गंगा नहर निर्माण खण्ड में तैनाती देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां अभियन्ताओं को पूरी पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुए तैनाती प्रदान की जा रही है। उन्हांेने कहा कि इस तरह का कार्य प्रदेश के यशस्वी मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार में ही सम्भव है। उन्होंने चयनित अवर अभियन्ताओं से अपील किया कि अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी एवं लगन से करते हुए विभाग में अपनी अलग पहचान बनाने का प्रयास करें।
जलशक्ति मंत्री आज यहां डा0 राममनोहर लोहिया परिकल्प भवन, तेलीबाग़ में लोक सेवा आयोग से नव-चयनित अवर अभियन्ताओं को सिंचाई विभाग में उनकी पसन्द के खण्डों में तैनाती प्रदान करने के अवसर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभाग में 4685 स्वीकृत पदों के सापेक्ष लगभग 2360 पद विगत कुछ वर्षों से नयी भर्ती न होने से रिक्त चल रहे थे। राज्य सरकार द्वारा तेजी से कार्यवाही करते हुए लोक सेवा आयोग से 1438 अवर अभियन्ताओं को चयन कराकर एक रिकार्ड कायम किया है। इन्ही 1438 नव-चयनित अवर अभियन्ताओं को पारदर्शी तरीके से उनकी पसंद के स्थानों पर मेरिट के आधार पर पोस्टिंग दिये जाने की प्रक्रिया आज शुरू की गयी है।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रतिदिन 200 अवर अभियन्ताओं को पारदर्शी व्यवस्था के तहत पदस्थापना दी जायेगी और यह कार्य एक सप्ताह में पूरा कर लिया जायेगा। इन अवर अभियन्ताओं से विभाग में अवर अभियन्ताओं की कमी दूर हो जायेगी और विभागीय कार्यों को तेजी से सम्पादित कराने में मदद मिलेगी। उन्होंने सभी अवर अभियन्ताओं से अपेक्षा किया कि आम जनमानस एवं किसानों को जनता जनार्दन मानते हुए प्रदेश एवं देश के विकास में अपना उत्कृष्ट योगदान दें। उन्होंने कहा कि पदस्थापना की कार्यवाही पूरी होने के पश्चात एक सप्ताह में सभी अवर अभियन्ताओं को मा0 मुख्यमंत्री जी से आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन दिलाने का प्रयास किया जायेगा।
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि अवर अभियन्ता विभाग की रीढ़ होता है। निचले स्तर पर सभी कार्यों को करने का दायित्व उसी का होता है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग फसलों के लिए पानी तथा जनमानस को पेयजल भी उपलब्ध कराता है। जल ही जीवन है और पवित्र है। इसी पवित्रता का भाव लेकर अवर अभियन्ताओं को विभाग की सेवा करनी है। उन्होंने कहा कि नहर, बांध, जलाशय, पुल-पुलिया तथा पाताल से लेकर आकाश तक इस विभाग की मौजूदगी है। उन्होंने कहा कि जेई विभाग के आंख, नाक और कान हैं। जेई विभाग में सेतु की तरह काम करते हैं जो विभाग में सभी को ऊपर से लेकर नीचे तक सबको जोड़ते हैं। सींचपाल, पतरौल, राजस्व अधिकारी आदि की हाजिरी से लेकर नहरों, जलाशयों, पुल-पुलिया गेट की देखरेख की जिम्मेदारी होती है।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक अवर अभियन्ता को 110 किमी0 नहरों की देख-रेख की जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि अपने दायित्वों को शुचिता एवं पवित्रता के साथ निवर्हन करें। जो भी दायित्व दिया जाये उसको पूरी ईमानदारी से पूरा करें। उन्होंने कहा कि विभागीय गतिविधियों पर पूरी निगरानी रखें। जनहित को सेवा का अवसर मानकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता है और उसे भगवान मानते हुए विभागीय योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचायें। अन्त में उन्होंने कहा कि ठीक दशहरे की बाद आपको अपनी पसन्द के स्थान पर तैनाती दी जा रही है इसलिए विभाग को आपसे अपेक्षा है कि पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से अपने दायित्वों का पालन करेंगे।
इसके पूर्व जलशक्ति राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों में ट्रांसफर व पोस्टिंग में जो होता था, वो सभी लोग जानते हैं लेकिन मौजूदा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेन्स की नीति अपनायी गयी है और पूरी पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुए मा0 मुख्यमंत्री जी एवं कैबिनेट मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में तैनाती दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अवर अभियन्ता पूरी ईमानदारी से अपने दायित्वों का निवर्हन करें।
इस मौके पर प्रमुख अभियन्ता परियोजना, श्री विनोद कुमार निरंजन ने अवर अभियंताओं को विभाग की कार्यप्रणाली एवं तकनीकी जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग एक बहु-आयामी विभाग है। इसका मुख्य कार्य नहर, बांध, भवन, जलाशय निर्माण के साथ ही हर खेत को पानी उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि आप सब लोगों को स्वर्णिम अवसर प्राप्त हुआ है। इसलिए नयी ऊर्जा के साथ विभाग की सेवा करें। मुख्य अभियन्ता मध्य एवं नियोजन, श्री डी0के0 मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा पदस्थापना सम्बन्धी पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जलसंसाधन, श्री टी0वेेंकटेश, सचिव, सिंचाई एवं जलसंसाधन, श्री अनिल गर्ग, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष, श्री आर0के0 सिंह, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन, श्री ए0के0 सिंह, मुख्य अभियन्ता शारदा संगठन, श्री ए0के0 सिंह, मुख्य अभियन्ता आई.एस.ओ., श्री नवीन कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।