केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने आज यहां संविधान, मौलिक अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों से संबंधित लेखों के ई-संकलन का अनावरण किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा, “आज जारी किया गया संकलन एक अहम दस्तावेज है और इस पहल के लिए मैं पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालय को बधाई देना चाहूंगा।” उन्होंने कहा कि पीआईबी द्वारा संकलित किए गए लेखों को प्रतिष्ठित शख्सियतों द्वारा लिखा गया और यह संबंधित सामग्री के लिए एकल बिंदु संदर्भ पुस्तक का कार्य करेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए संदेश को भी दोहराया कि संविधान देश का सबसे बड़ा धार्मिक पाठ है। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस पर समारोह का विचार सबसे पहले प्रधानमंत्री के मन में आया था।
श्री जावडेकर ने संविधान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इस बेजोड़ दस्तावेज में सभी लोगों के अधिकार निहित हैं और इससे समाज के हर तबके के लिए समान न्याय की व्यवस्था अस्तित्व में आई है।
इस पुस्तक तक इस लिंक के माध्यम से पहुंचा जा सकता है :
https://static.pib.gov.in/WriteReadData/ebooklat/Flip-Book/constfiles/index.html
ई-संकलन के बारे में
ई-पुस्तक में न्यायमूर्तियों, उद्योगपतियों और कलाकारों सहित जीवन के विविध क्षेत्रों से जुड़ी प्रतिष्ठित शख्सियतों द्वारा लिखे गए 32 लेख शामिल किए गए हैं। इसमें प्रमुख रूप से योगदान करने वालों में आनंद महिंद्रा, के के वेणुगोपाल, अटॉर्नी जनरल और सोनल मानसिंह शामिल हैं। मूल रूप से कॉफी टेबल बुक के रूप में प्रस्तावित इस किताब को व्यापक पहुंच के लिए ई-संकलन के रूप में जारी किया गया है। संकलन में संविधान के अंतर्गत मौलिक अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों तथा राष्ट्रीय अखंडता को बनाए रखने व लोगों के उत्थान में संविधान द्वारा निभाई गई भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया है।