नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज यहां प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में जीसेट-18 के निर्माण का अनुमोदन किया। यह 3425 किलोग्राम भार वाला एक संचार उपग्रह होगा जिसमें पुनः स्थापन की क्षमता होगी।
जीसेट-18 अंतरिक्ष यान परियोजना के लिए प्रक्षेपण सेवाओं सहित कुल लागत 1022 करोड़ रुपये की आएगी। उपग्रह का निर्माण 30 महीने की अवधि में पूरा करने के लिए सभी धरोहर प्रमाणित बस प्रणाली इस्तेमाल की जाएंगी। उपग्रह का ढांचा जीसेट-10 उपग्रह के समान होगा।
जीसेट-18 अंतरिक्ष यान पुनः स्थापन क्षमता प्रदान करेगा ताकि देश में वर्तमान टेलीविजन, दूरसंचार, डिजिटल उपग्रह समाचार संग्रह (डीएसएनजी) और वी-सेट सेवाओं को सहायता प्रदान की जा सके।
पृष्ठभूमि
जीसेट-18 के निर्माण का प्रस्ताव भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा मौजूदा इस्तेमालकर्ताओं की सेवाओं के संरक्षण के प्रयासों का हिस्सा है।