नई दिल्ली: वो पांच साल का था जब खुद की मां हड्डियां जमा देनी वाली कड़ाके की ठंड में मिसूरी के स्प्रिंगफील्ड स्थित अनाथालय की चौखट पर उसे छोड़ गई। पांच साल के बच्चे को अपनी मां की शक्ल अच्छे से याद है लेकिन मां की ममता के नाम पर इस मासूम को यातनाएं ज्यादा मिली। चार साल बाद तस्वीर बदल चुकी है। अब वो एक प्यार करने वाली मां और सुरक्षा देने वाले पिता की कानूनी निगरानी से महज कुछ औपचारिकताओं की दूरी पर है।
डेलीमेल की खबर के मुताबिक ट्रिस्टीन जैकब्सन चार साल से डोनी डेविस और उसके पति जिम्मी की देखभाल में था। ये दंपति उसकी असल मां के करीबी निकले थे इसलिए पुलिस ने अनाथ बच्चे को उन्हें अपने पास रखने के लिए मना लिया। चार साल तो प्यार और देखभाल में गुजर गए लेकिन अब जैकब्सन को लीगल मां-बाप की जरूरत थी।
अनाथ बच्चे को कानूनी तौर गोद लेने के लिए 5000 डॉलर यानी करीब 3 लाख 32 हजार की जरूरत थी। डोनी और जिम्मी के लिए बच्चे को गोद लेने के लिए ये बड़ी रकम थी। इसलिए कुछ दिन पहले YouCaring.com के जरिए बच्चे के लिए चंदा जुटाने की कोशिश की गई। लेकिन रुपयों का इंतजाम होता न देख वे मायूस हो गए। बीते शुक्रवार को बच्चे ने फैसला किया कि वो कानूनन मां-बाप की गोद जुटाने के लिए नींबू पानी बेचेगा। ये आइडिया कमाल का साबित हुआ। एक दिन में जैकब्सन पर धन की बरसात हो गई।
अनाथ बच्चे के प्रति लोगों ने सहानुभूति जताई और अकेले नींबू पानी के स्टॉल से जैकबसन ने 7 हजार डॉलर जुटा लिए। कुल जुटाया फंड 14000 डॉलर तक पहुंच गया जो 9 लाख 31 हजार रुपए के बराबर होता है। अब बताया जा रहा है कि जैकबसन की जुटाई आधी रकम उसकी कॉलेज की पढ़ाई पर खर्च की जाएगी। इस दौरान सबसे अच्छी बात ये हुई कि जैकब्सन अमेरिका ही नहीं, दुनिया भर में सेलेब्रिटी बन गया। उसका नींबू पानी वायरल हुआ और एक बच्चे का बचपन लौटाने के लिए लोगों ने दिल खोलकर चंदा दिया।
लेकिन जैकब्सन की अनाथ होने की कहानी उतनी है भयावह है। डोनी और स्थानीय मीडिया ने पुलिस को बताया कि जैकबसन की मां नशे की आदी और जिस्मफरोशी का धंधा करने वाली महिला थी। उसने कभी नन्हें जैकबसन की देखरेख नहीं की।
जब भी वह मैथ या और कोई ड्रग्स लेती थी तब मासूम जैकब्सन उसके करीब होता था। वो कई मर्दों से मिलती थी और उनके साथ संबंध बनाती थी, उस वक्त भी नन्हा जैकब्सन वहीं होता था। वे लोग जैकब्सन और उसकी मां को पीटते थे। लेकिन नन्हा बच्चा कभी खुद चीखता तो कभी अपनी मां की चीखें सुनता।
वो कभी अपने कपड़ों में फिट नहीं होता था क्योंकि उसे उतरन पहनने को मिलती थी। उसे नाजुक सी उम्र में जितनी यातनाऐं मिल सकती थीं मिलीं। आखिरकार अब वर्षों के इंतजार के बाद जैकब्सन कानूनी आधार पर अच्छे मां-बाप की गोद में होगा।