नई दिल्ली: भारत वैश्विक विनिर्माण उद्योग के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लक्ष्य को लेकर हैनोवर मेसी -2016 में भाग ले रहा है। इस प्रौद्योगिकी मेले में देश की निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के अलावा भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम के सचिव श्री गिरीश शंकर के नेत्त्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भाग लेगा। भाग लेने वालों में मेसर्स एपेक्स एक्सपोर्ट इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन, ईईपीसी इंडिया देश की भागीदारी की सफलता को सुनिश्चित करने वाले लीड संगठन हैं। भारत पिछले साल हैनोवर मेसी में ‘भागीदार देश’ के रूप में भाग लिया था।
दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ती आर्थिक व्यवस्था के रूप में उभरने के कारण , भारत स्पष्ट लक्ष्य के साथ अपने विनिर्माण क्षेत्र को वैश्विक आपूर्ति चेन का आवश्यक हिस्सा बनने और प्रसिद्ध हैनोवर मेसी को एक बार फिर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संचालित ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का लाभ उठाने जा रहा है।
गत सायं हैनओवर मेसी के बारे में जानकारी देते हुए श्री शंकर ने कहा कि भारत को वैश्विक विनिर्माण के माहौल में भाग लेना है। ‘मेक इन इंडिया’ देश में विनिर्माण उद्योग में सुधार लाने का रणनीतिक पहल है।’ सचिव ने कहा कि वैश्विक प्रौद्योगिकी के बड़े संगठनों द्वारा भारत में निवेश करने के लिए तक पहुंच बनाने के लिए भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम विभाग बहुत ही स्पष्ट दृष्टिकोण और रणनीति के साथ काम कर रहा है। विश्व के पसंदीदा विनिर्माण गंतव्य देशों के लिए बिजनेस करना आसान करना, रक्षा उत्पादन सहित कई उद्योगों के लिए प्रत्यक्ष विदेशी नीति को उदार बनाने जैसी श्रृंखलाबद्ध पहल किए गए हैं। भारत ने हाल ही में गहरे समुद्र में पाए जाने वाले हाइड्रोकार्बन के लिए मूल्य मुक्त नीति की घोषणा की पहल की है।
उन्होंने कहा कि मजबूत घरेलू मांग के साथ जब चीन की आर्थिक व्यवस्था में त्रासदीपूर्ण मंदी आ रही है, वैश्विक उद्योग के लिए भारत शानदार विकल्प प्रदान कर रहा है। हैनोवर मेसी में विनिर्माण क्षेत्र में भारत द्वारा की गई पहल में कई तरह के हित दिखाई देंगे।
जर्मनी के बड़े प्रौद्योगिकी के बड़े संगठनों के साथ संबंध को और मजबूत करने के लिए नया कार्यक्रम ‘इंडस्ट्री 4.0’ शुरू किया गया है। विनिर्माण के क्षेत्र में यह आभासी और वास्तविक दुनिया मिलन स्थल है जहां ‘स्मार्ट फैक्टरी’ बनाने के लिए विनिर्माण तकनीकी का पूरी तरह से एकीकरण को लिप्त करना है। ‘स्मार्ट फैक्टरी’ बहुत ही लचीला विनिर्माण सेटअप है जो निर्माण इकोसिस्टम के हर आयाम से डिजिटल रूप से आपूर्तिकर्ता और ग्राहकों से जुड़ा है।
इस अवसर पर ईईपीसी के अध्यक्ष श्री टी एस भसीन ने कहा कि भारतीय इंजीनियरिंग उद्योग हवाई जहाज के कल पुर्जों ,ऐरो स्पेस ,रक्षा उत्पादन,आटोमोबाइल ,रेलवे तथा अन्य क्षेत्रों के मूल्य श्रृंखला की ओर तेजी से बढ़ रहा है।