लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने भारत सरकार से लखनऊ रिंग रोड की टेढ़ी पुलिया क्राॅसिंग पर प्रस्तावित उपरिगामी सेतु के निर्माण के लिए यथाशीघ्र अनापत्ति निर्गत करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्राथमिकता के आधार पर इस उपरिगामी सेतु का निर्माण कराना चाहती है ताकि इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान हो सके।
इस सम्बन्ध में केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं पोत परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी को प्रेषित अपने एक पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा कि लखनऊ रिंग रोड (रा0मा0सं0-24ए) के कि0मी0 3 पर स्थित टेढ़ी पुलिया क्राॅसिंग पर यातायात का अत्यधिक घनत्व है, यहां पी0सी0यू0 लगभग 60 हजार है। रा0मा0सं0-24 व रा0मा0सं0-28 का ट्रैफिक इसी मार्ग से गुजरता है। यातायात की अधिकता के कारण इस क्राॅसिंग पर हमेशा ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है, जिसके कारण जनता को आवागमन में बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
यातायात के दबाव को देखते हुए राज्य सरकार ने इस स्थान पर 4-लेन उपरिगामी सेतु के निर्माण का फैसला लिया था। स्थल पर सीमित आर0ओ0डब्ल्यू0 (39 मी0) की उपलब्धता के दृष्टिगत उक्त उपरिगामी सेतु के निर्माण के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से अनुरोध किया गया था।
श्री यादव ने पत्र में यह उल्लेख भी किया कि उन्हें अवगत कराया गया कि इस उपरिगामी सेतु के निर्माण के लिए गत वर्ष केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा एक कन्सलटेन्ट को परियोजना तैयार करने के लिए अनुबन्धित किया गया था। कन्सलटेन्ट द्वारा अब तक केवल टोपोग्राफिकल सर्वे तथा जी0ए0डी0 ही तैयार की गई है और इसे भी अभी तक अन्तिम रूप प्रदान नहीं किया गया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के 23 फरवरी, 2016 के पत्र द्वारा उक्त स्थल पर उपरिगामी सेतु के निर्माण के लिए अनापत्ति न देते हुए यह अवगत कराया गया है कि इसका निर्माण कार्य मंत्रालय के संसाधनों से किया जाएगा।
यातायात की जटिल समस्या को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से वर्णित परिस्थितियों में उपरिगामी सेतु के निर्माण के लिए यथाशीघ्र अनापत्ति जारी कराने का अनुरोध किया है।