प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिकों व कामगारों को खुशहाल बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही हैं। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए श्रमिक अपना पंजीयन कराएं। अभी 31 मार्च 2021 तक श्रमिक पंजीकरण एवं नवीनीकरण मुफ्त में किया जा रहा है। यहां तक कि ऑनलाइन पंजीयन एवं नवीनीकरण कराने में जो धनराशि जनसेवा केंद्रों में खर्च होगी उसकी भी भरपाई श्रम विभाग करेगा। उन्होंने संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत पात्र श्रमिकों की 260 पुत्रियों को साइकिल वितरित की। योजना के अंतर्गत कक्षा-9वीं, दसवीं, ग्यारहवीं एवं बारहवीं उत्तीर्ण करने पर आगे की पढ़ाई के लिए विद्यालय जाने हेतु श्रमिक पुत्रियों को साइकिल प्रदान की जा रही है।
श्रम मंत्री श्री मौर्य आज उरई (जालौन) के राजकीय इंटर कॉलेज में श्रम विभाग के तहत श्रम कल्याण बोर्ड एवं श्रम कल्याण परिषद द्वारा श्रमिकों को हितलाभ वितरण एवं मिशन शक्ति अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड वीरभूमि है यह झलकारी बाई, रानी लक्ष्मी बाई जैसी वीरांगना मातृ शक्तियों की कर्मभूमि रही है। आज शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे देशभक्तों ने फांसी के फंदे को चूमा था।
श्रम मंत्री ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के हितार्थ अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रदेश सरकार की मंशा है कि इन योजनाओं का लाभ उठाकर श्रमिक अपने जीवन स्तर में सुधार लाएं। श्रमिकों के लिए प्रत्येक मंडल में आवासीय विद्यालय का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें श्रम विभाग के पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान श्रम विभाग द्वारा 37 लाख निर्माण मजदूरों को 2000 रूपये की सहायता दी गई। जनधन खातों में 20 करोड़ महिलाओं को आर्थिक सहायता भेजी गई। श्रमिकों के पंजीयन एवं नवीनीकरण शुल्क को 50 रू0 से घटाकर 20 रू0 कर दिया गया है। पंजीयन एवं नवीनीकरण की ऑनलाइन सुविधा प्रदान की गई है। योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को पारदर्शी तरीके से मिले, इस हेतु धनराशि सीधे खातों में भेजी जा रही है।
श्रम मंत्री ने योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि मातृत्व एवं शिशु हित लाभ योजना के तहत महिला मजदूर को बच्चा होने पर 3 माह की मजदूरी के साथ 1000 रू0 अतिरिक्त पोषण हेतु दिए जाते हैं। बेटी होने पर 25000 रू0, बेटा होने पर 20000 रू0 सहायता राशि प्रदान की जाती है। श्रमिक की बेटी की शादी में 55000 रू0 से लेकर 75000 रू0 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
इस अवसर पर विधायक सदर गौरी शंकर वर्मा, विधायक कालपी नरेंद्र पाल सिंह जादौन, विधायक माधवगढ़ मूलचंद निरंजन, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभय कुमार श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष रामेंद्र सिंह, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार सिंह, प्रदेश अध्यक्ष के प्रतिनिधि अरविंद सिंह चैहान सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिले के अधिकारी उपस्थित थे।