आईएसएसएफ निशानेबाज़ी विश्व कप में आज एक विशेष अतिथि मौजूद थे। केंद्रीय खेल मंत्री श्री किरेन रिजिजू महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल मुकाबले को देखने के लिए आज नई दिल्ली के डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में मौजूद थे। उन्होंने विजेताओं को पदक प्रदान किए। इस प्रतियोगिता के तीनो पदक भारत ने जीते, जिसमें चिंकी यादव ने स्वर्ण पदक, राही सरनोबत ने रजत और मनु भाकर ने कांस्य पदक जीता।
इससे पहले आज, युवा भारतीय निशानेबाज़ ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। ऐश्वर्य के स्वर्ण पदक के साथ, भारत 9 स्वर्ण, 5 रजत और 5 कांस्य के साथ पदक तालिका में मज़बूत स्थिति के साथ शीर्ष पर स्थान पर मौजूद है।
श्री रिजिजू ने इस विश्व कप में प्रदर्शन के लिए निशानेबाजों की सराहना की। कोरोनो वायरस लॉकडाउन के बाद होने वाली यह पहली बड़ी वैश्विक प्रतियोगिताओं में से एक है। इस अवसर पर श्री रिजिजू ने कहा, “इस विश्व कप में कुल मिलाकर भारत का समग्र प्रदर्शन अभूतपूर्व रहा है। हमें अपने निशानेबाजों से बहुत उम्मीदें थीं क्योंकि हमने इस महामारी के कठिन समय के दौरान खिलाड़ियों की हर संभव मदद की है। महामारी के दौरान भी, हमने यह सुनिश्चित किया कि भारत में निशानेबाजों और सभी खिलाड़ियों को लगातार सुविधाएं और उपकरण प्रदान किए जाएं।”
खेल मंत्री ने भारत में निशानेबाज़ी की प्रगति पर भी बात की और बताया कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने किस तरह से विभिन्न प्रतियोगितओ में लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। श्री रिजिजू ने कहा, “यह भारतीय निशानेबाज़ी टीम के लिए एक लंबी यात्रा है, कुछ साल पहले, हम केवल कुछ प्रतियोगिताओं में ही भाग लिया करते थे, लेकिन अचानक भारत निशानेबाज़ी में एक प्रमुख ताकत बन गया है। तो कुल मिलाकर यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है। जिस तरह की सुविधाएं देश भर में खिलाड़ियों को मिल रही हैं और खिलाड़ियों में देश में जिस तरह का उत्साह और दिलचस्पी दिखाई दे रही है और सरकार का हर संभव समर्थन के साथ पूरक प्रयास, यह सब कुछ का एक संयोजन है।”
श्री रिजिजू को ओलंपिक में निशानेबाजी से बहुत उम्मीदें हैं और उनका मानना है कि टीम में कई पदक जीतने के दावेदार मौजूद हैं। उन्होने कहा, “मुझे निशानेबाजी टीम से बहुत उम्मीदें हैं, हम ओलंपिक में सबसे बड़ा दल भेजने वाले हैं। कुछ दिनों पहले हमारे देश के खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था और मुझे उम्मीद है कि आने वाले आयोजनों में हमारे और भी खिलाड़ी ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करेंगे, इसलिए हम पहले ही ओलंपिक के लिए भेजे गए प्रतियोगियों के पिछले रिकॉर्ड को पार कर चुके हैं। निशानेबाजी में, हमारे पास पदक जीतने के लिए एथलीटों की अधिकतम संख्या होगी और एक बहुत बड़ी टीम होगी।”