भारत सरकार द्वारा हाल ही में श्रम ब्यूरो को पांच प्रमुख अखिल भारतीय सर्वेक्षण कराने का काम सौंपा गया था। इन पांच सर्वेक्षणों में प्रवासी श्रमिकों का अखिल भारतीय सर्वेक्षण, घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण, परिवहन क्षेत्र में रोजगार सृजन पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण, पेशेवरों द्वारा रोजगार सृजन पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण और अखिल भारतीय त्रैमासिक स्थापना आधारित रोजगार सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) शामिल हैं। इन सर्वेक्षणों को प्रोफेसर एस. पी. मुखर्जी की अध्यक्षता और डॉ. अमिताभ कुंडू की सह-अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समूह के तकनीकी मार्गदर्शन में श्रम ब्यूरो द्वारा विकसित और डिज़ाइन किया गया है। आज तक 60 विशेषज्ञ समूह बैठकें आयोजित हुई हैं, जिनमें इन वैज्ञानिक और मजबूत सर्वेक्षण उपकरणों को विकसित करने पर काम किया गया है।
पांच सर्वेक्षणों पर एक साथ काम किया गया है और इसे चरणबद्ध तरीके से कोविड महामारी से उत्पन्न होने वाली बाधाओं को ध्यान में रखते हुए शुरू किया जाएगा। शुरू किए जाने वाले पहले सर्वेक्षणों में प्रवासी श्रमिकों के अखिल भारतीय सर्वेक्षण और अखिल भारतीय त्रैमासिक स्थापना आधारित रोजगार सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) शामिल हैं। ये सर्वेक्षण नवीन पद्धति पर आधारित “काग़ज़ रहित” डेटा संग्रह दृष्टिकोण पर किया जायेगा और इनमें मैदानी कार्य के दौरान टैबलेट पर्सनल कम्प्यूटर का उपयोग किया जायेगा। ये टैबलेट पर्सनल कम्प्यूटर नवीनतम सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन से सुसज्जित हैं। नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग सर्वेक्षण पूरा होने के समय को कम से कम 30 प्रतिशत से 40 प्रतिशत तक कम करने की संभावना है। श्रम ब्यूरो को सूचना प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करने के लिए, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत भारत सरकार के उपक्रम ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड-बीईसीआईएल द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है। पहली बार ये सर्वेक्षण प्रमुख क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित किए जाएंगे।
सर्वेक्षण के प्रत्येक उद्देश्य पर नज़दीकी से एक नज़र :
- प्रवासी श्रमिकों का अखिल भारतीय सर्वेक्षण – श्रमिकों द्वारा किए गए रोजगार से संबंधित प्रवासन का अध्ययन करने के लिए, उनके द्वारा काम करने और रहने की स्थिति का विवरण और कोविड-19 का उनके कार्य के क्षेत्र पर प्रभाव।
- अखिल भारतीय त्रैमासिक स्थापना आधारित रोजगार सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) – इस सर्वेक्षण में 10 या अधिक श्रमिकों को रोजगार देने वाले प्रतिष्ठानों के लिए रोजगार के अनुमान के साथ-साथ 9 या उससे कम श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने वाले प्रतिष्ठानों के बारे में सर्वेक्षण किया जाएगा। यह अत्यधिक उपयोगी स्थापना आधारित सर्वेक्षण त्रैमासिक आधार पर चयनित क्षेत्रों में रोजगार की स्थिति में परिवर्तन पर महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगा।
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण – यह सर्वेक्षण पहली बार देश में घरेलू कामगारों की संख्या का आकलन करने में सहायक होगा। कुछ अतिरिक्त विशिष्ट उद्देश्य के तहत घरेलू कामगारों के साथ घरों में होने वाली घटनाओं और विशेषताओं और विभिन्न प्रकार के घरों द्वारा काम में लगाए गए घरेलू श्रमिकों की औसत संख्या पर डेटा एकत्र करना है।
- परिवहन क्षेत्र में रोजगार सृजन पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण – इस सर्वेक्षण का उपयोग करके देश में परिवहन क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए अनुमान लगाए जाएंगे।
- व्यवसाइयों द्वारा रोजगार सृजन का अखिल भारतीय सर्वेक्षण – सर्वेक्षण में वकीलों, चिकित्सा व्यवसाइयों, लागत एकाउंटेंट और चार्टर्ड एकाउंटेंट जैसे व्यवसाइयों द्वारा रोजगार सृजन के आकलन में मदद मिलेगी।
माननीय श्रम और रोजगार मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार की स्वीकृति के अनुसार ये सर्वेक्षण श्रम एवं रोजगार के विभिन्न पहलुओं पर डेटा अंतर को शामिल करेंगे। ये सर्वेक्षण साक्ष्य-आधारित नीति बनाने की प्रक्रिया में सहयोग करेंगे।
श्रम ब्यूरो के महानिदेशक श्री डीपीएस नेगी ने कहा कि विशेषज्ञ समूह के कुशल मार्गदर्शन में और मंत्रालय के पूर्ण समर्थन के साथ, ब्यूरो सर्वेक्षण को शुरू करने की समय सीमा का पालन कर सकता है। उन्होने कहा कि आज पांच अखिल भारतीय सर्वेक्षणों में से दो सर्वेक्षणों का शुभारंभ प्रवासी श्रमिकों पर और एक अन्य एक्यूईईएस का शुभारम्भ किया गया है। विशेषज्ञ समूह और ब्यूरो के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए, उन्होंने यह भी बताया कि इन सर्वेक्षणों के क्षेत्र का काम सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए ब्यूरो कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। पिछले कुछ महीनों से, गुणवत्ता परिणामों को सुनिश्चित करने के लिए ब्यूरो इन सर्वेक्षणों के तहत क्षेत्र के जांचकर्ताओं और पर्यवेक्षकों को नियमित गहन प्रशिक्षण दे रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में, प्रतिबद्धता के अनुसार ब्यूरो शेष तीन सर्वेक्षण भी जल्द ही शुरू करेगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ब्यूरो जो देश में एक प्रमुख श्रम सांख्यिकी संगठन है, इन सभी अखिल भारतीय सर्वेक्षणों के तहत उम्मीदों पर खरा उतरेगा और उच्च गुणवत्ता वाले परिणाम प्रदान करेगा।