लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को देखते हुए सभी को सावधान व सर्तक रहने की आवश्यकता है। उन्होने लोगो से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में न जाने तथा घर से निकलने पर मास्क पहने के लिए अपील की है। प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए समुचित व्यवस्था करने के साथ-साथ निरन्तर बढ़ोत्तरी भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी ने टीम-11 की समीक्षा में सबंधित विभागों के अधिकारियों को आरटीपीसीआर के टेस्ट के निर्देश दिये गये हैै। लगभग 1 लाख आरटीपीसीआर के टेस्ट हो रहे है। इसको बढ़ाकर 1.50 लाख टेस्ट प्रतिदिन किये जाने के निर्देश दिये है। जिसमें लगभग आरटीपीसीआर के टेस्ट 1.50 लाख से किये जाने तथा शेष टेस्ट एन्टीजन से किये जायेगें। इस प्रकार लगभग 2.50 लाख टेस्ट प्रतिदिन होगें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर तथा वाराणसी में कोविड संक्रमण को देखते हुए बेडों की संख्या को बढ़ाने के निर्देश पर बेडों की संख्या में बढ़ोत्तरी की गयी है। मुख्यमंत्री जी ने लोगों से अपील की है कि जिन कोविड मरीजों को होम आइसोलेशन वाले मरीज स्वास्थ्य कर्मियों के मार्गदर्शन में अपना इलाज करवायें। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को स्वास्थ्य कर्मियों के सलाह पर ही कोविड अस्तपालों में भर्ती किया जायेगा। मुख्यमंत्री जी ने 25 हजार रेमेडीसिवर इंजेक्शन के लिए स्टेट प्लेन अहमदाबाद भेजा है। उन्होंने बताया कि आॅक्सीजन की आपूर्ति पर निरन्तर नजर रखी जा रही है।
श्री सहगल ने बताया कि हर जनपद के गांव तथा शहर में क्वारेंटाईन सेन्टर बनाये जा रहे है। जहा पर प्रवासियों को इन सेन्टरों में रखा जायेगा। उन्होंने बताया कि इन सेन्टरों में मूलभूत सुविधायों के साथ-साथ खाने पीने के व्यवस्था होगी। प्रत्येक जनपदों के जिलाधिकारी अपने स्तर से प्रदेश के बाहर से आने वाले लोगों को इन सेन्टरों में खाने व ठहराने की व्यवस्था करेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कटेमेण्ट जोन में प्रभावी नियंत्रण करने के निर्देश दिये है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद किये जाने हेतु 6000 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि एक नई व्यवस्था के तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक संगठन 150 केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों के द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्रों से जोड़कर गेहूं क्रय का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। यह व्यवस्था प्रदेश में पहली बार हो रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहू क्रय अभियान में अब तक 1,79,933.23 मी0 टन से अधिक गेहूं खरीदा गया है। मुख्यमंत्री जी ने सभी जिलाधिकारी गेहूं क्रय केन्द्रों का लगातार स्वयं या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के माध्यम से निरीक्षण करने के निर्देश दिये गये है। किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए इस वर्ष आॅनलाइन टोकन की व्यवस्था की गयी है। किसान अपनी सुविधा के अनुसार अपने राजस्व ग्राम से सम्बद्ध नजदीकी क्रय केन्द्र पर गेहूं विक्रय हेतु टोकन स्वयं आॅनलाइन प्राप्त कर सकते है। इसके अलावा क्रय केन्द्रों पर बिना टोकन के भी किसानों से गेहूॅ की खरीद की जा रही है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग का कार्य करते हुए, टेस्टिंग की क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,10,121 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 3,73,84,344 सैम्पल की जांच की गयी है। इसमें 90,000 से अधिक सैम्पलों की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 20,510 नये मामले आये है। प्रदेश में 1,11,835 कोरोना के एक्टिव मामले में से 97,190 लोग होम आइसोलेशन में हैं। निजी चिकित्सालयों में 1648 लोग तथा शेष मरीज चिकित्सालयों में इलाज भी करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घंटे में 4,517 तथा अब तक 6,22,810 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,02,355 क्षेत्रों में 5,33,036 टीम दिवस के माध्यम से 3,22,32,684 घरों के 15,62,12,814 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष सेे अधिक आयु वालों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अब तक 83,49,009 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी तथा पहली डोज लेने वालों में से 13,93,075 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गयी हैं। इस प्रकार कुल 97,42,084 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालय में कोविड-19 के इलाज की दर प्रदर्शित करें। निजी प्रयोगशाला में जांच के लिए 700 रूपये का भुगतान करना होगा। घर से सैम्पल कलेक्ट किया जायेगा तो 900 रूपये का भुगतान करना होगा। अगर आपसे कोई इस शुल्क से अधिक राशि की मांग करता है तो जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी या हेल्पलाइन नं0-18001805145 पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
श्री प्रसाद ने बताया कि 11 अप्रैल, 2021 से 14 अप्रैल, 2021 तक टीका उत्सव मनाया जा रहा है। कल 12 अप्रैल, 2021 को 05 लाख 08 हजार से अधिक कोविड-19 के टीके लगाये गये। उन्होंने बताया कि हर जनपद में कोविड कमाण्ड सेन्टर बने हुये है। जिनके फोन नम्बर पर कोविड से सम्बन्धित जानकारी तथा समस्या का समधान किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण की जांच तथा उपचार सरकारी अस्पतालों तथा प्राइवेट मेडिकल कालेजों में निशुल्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें। अपने हाथ को साबुन-पानी से निरन्तर धोते रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि घर के बड़े-बुजुर्गों का टीकाकरण अवश्य कराएं।