लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि कोविड-19 महामारी के बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में बेड्स की संख्या को बढ़ाने, ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति एवं अन्य चिकित्सीय ब्यवस्थाओ हेतु प्रदेश सरकार आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि रेमडेसीविर की प्रदेश में पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा स्टेट प्लेन अहमदाबाद भेजा गया है, जिससे शीघ्रता के साथ पर्याप्त मात्रा में रेमडेसीविर उपलब्ध कराया जा सके।
श्री खन्ना ने बताया कि राजधानी में एसजीपीजीआई, डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान तथा किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगभग 1000 बेड उपलब्ध हैं। प्रदेश सरकार बेड्स की संख्या बढ़ाने पर निरंतर कार्य कर रही है। कल 24 घंटे में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न मेडिकल कॉलेजों एवं संस्थानों में 121 आई सी यू एवं एच डी यू बेड बढ़ाए गए हैं। उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 संक्रमित मरीजों हेतु राजधानी में 2000 बेड आरक्षित करने के निर्देश के क्रम में इंटीग्रल इंस्टीट्यूट में 400 बेड, एरा मेडिकल कॉलेज में 700 बेड तथा टी. एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्यवाही की जा रही है शीघ्र ही यह बेड्स उपलब्ध हो जाएंगे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि एरा मेडिकल कॉलेज को पूर्ण रूप से कोविड हॉस्पिटल के रूप में घोषित कर दिया गया है। इंटीग्रल इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में 120 आईसीयू के बेड उपलब्ध हैं तथा 200 बेड और तैयार किए जा रहे हैं। इस प्रकार यहां पर आइसोलेशन सहित कुल 400 बेड बढ़ाए जाएंगे। टी.एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज में 15 तारीख तक डेढ़ सौ आईसीयू एवं एचडीयू बेड सहित कुल 500 बेड किए जाने का निर्णय लिया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग इसके लिए आवश्यक मैन पावर उपलब्ध कराने हेतु सहयोग प्रदान करेगा। कैंसर इंस्टिट्यूट में भी 100 बेड की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि मेयो इंस्टिट्यूट, बाराबंकी में 200 से अधिक बेड क्रियाशील है, जिसे और बढ़ाने की कार्यवाही की जा रही है। कैरियर इंस्टिट्यूट द्वारा पूरा सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने बताया कि आज कैरियर इंस्टिट्यूट में 50 आईसीयू बेड सहित कुल 300 बेड उपलब्ध हो जाएंगे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण से बचाव एवं उपचार हेतु प्रदेश सरकार द्वारा निरंतर समीक्षा की जा रही है। इस वैश्विक महामारी का विकराल रूप हमारे सामने हैं इस समय राजनीति के बजाय इस आपदा से निपटने हेतु सभी को सहयोग देना चाहिए। प्रदेश सरकार इस महामारी का सामना करने के लिए आवश्यक संसाधनों बेड्स, ऑक्सीजन, टेस्टिंग क्षमता इत्यादि पर पूरे मनोयोग से कार्य कर रही हैं।कोरोना संक्रमण के कारण गंभीर स्थिति वाले जनपदों में आर.टी.पी.सी.आर. टेस्टिंग को बढ़ाने, बेड्स की संख्या में वृद्धि करने तथा ऑक्सीजन एवं वेंटीलेटर की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराने की कार्यवाही लगातार की जा रही है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने आमजन से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी प्रोटोकाल एवं गाइडलाइन्स का पालन करें। सामाजिक दूरी बनाए रखें तथा मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें। घरों से आवश्यक होने पर ही निकलें। अपने हाथों को साबुन पानी से घोते रहें।