भारत, कोविड-19 वायरस के खिलाफ अपनी आबादी के निर्बल वर्गों के टीकाकरण के प्रयासों में लगातार कई ऊंचाइयां छू रहा है। 11 से 14 अप्रैल के बीच के दिनों को ‘टीका उत्सव’ के रूप में मनाने की प्रधानमंत्री की अपील के दौरान निजी और सार्वजनिक दोनों ही प्रकार के कार्यस्थलों पर कई कोविड टीकाकरण केन्द्र (सीवीसी) क्रियाशील हुए। औसतन 45,000 सीवीसी प्रतिदिन क्रियाशील रहे। चार दिवसीय ‘टीका उत्सव’ के पहले दिन, दूसरे दिन, तीसरे दिन और चौथे दिन क्रमश: 63,800, 71,000, 67,893 और 69,974 सीवीसी सक्रिय रहे। इसके अतिरिक्त, औसतन रविवार को टीकाकरण संख्या में कमी (लगभग 16 लाख) देखी जाती थी, लेकिन ‘टीका उत्सव’ के पहले दिन जोकि रविवार था, रात 8 बजे तक 27 लाख से अधिक टीके लगाए गए।
‘टीका उत्सव’ के चार दिनों में गहन टीकाकरण गतिविधि देखी गई। 11 अप्रैल को 29,33,418 टीके लगाए गए, जबकि अगले दिन 40,04,521 टीके लगाए गए। 13 और 14 अप्रैल को यह संख्या क्रमश: 26,46,528 और 33,13,848 रही।
‘टीका उत्सव’ के दौरान कुल टीकाकरण संख्या में 1,28,98,314 की तेज वृद्धि देखी गई, जिस दौरान देशभर में पात्र समूहों के लोगों को टीके लगाए गए।
तीन राज्यों में 1 करोड़ से अधिक टीके लगाए गए। ये राज्य हैं – महाराष्ट्र (1,11,19,018), राजस्थान (1,02,15,471) तथा उत्तर प्रदेश (1,00,17,650)।