du दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) के तहत गत सप्ताह (02 मई से 08 मई, 2016) देश भर के 105
गावों का विद्युतीकरण कर दिया गया है। इन गावों में से 06 गांव अरुणाचल प्रदेश, 33 असम, 12 झारखंड, 09 राजस्थान, 23 बिहार, 5 छत्तीसगढ़, 03 ओडिशा, 01 मणिपुर, 12 उत्तर प्रदेश और 01 हिमाचल प्रदेश के हैं। विद्युतीकरण प्रक्रिया की प्रगति का http://garv.gov.in/dashboard पर भी पता लगाया जा सकता है।
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र को दिए संबोधन पर अमल करते हुए भारत सरकार ने 1000 दिन के भीतर यानि 01 मई 2018 तक शेष 18,452 गैर-विद्युतीकृत गांवों में विद्युतीकरण करने का फैसला किया है। इस परियोजना को अभियान के रूप में शुरू किया गया है और विद्युतीकरण के कार्यान्वयन का कार्य 12 महीने में पूरा किया जाएगा। इसके लिए गांवों के विद्युतीकरण की प्रक्रियाओं को निश्चित समयावधि में पूरा करने के लिए निगरानी हेतु 12 स्तरों पर विभाजित किया गया है।
आज की तारीख तक 7,654 गांवों का विद्युतीकरण किया गया है। शेष बचे 10,798 गांवों में से 445 गांव गैर-आबाद (निर्जन) हैं। 6,989 गांवों को ग्रिड के माध्यम से विद्युतीकृत किया गया है। भौगोलिक बाधाओं के कारण 2,977 गांवों का ऑफ ग्रिड के जरिए विद्युतीकरण किया जाएगा और 387 गांवों में विद्युतीकरण स्वयं राज्य सरकार करेगी। अप्रैल 2015 से 14 अगस्त 2015 के दौरान कुल 1654 गांवों का विद्युतीकरण किया गया और भारत सरकार द्वारा इसे अभियान के तौर पर लेने के बाद 15 अगस्त 2015 से 08 मई 2016 तक अतिरिक्त 6,000 गांवों में विद्युतीकरण किया गया है। इस प्रक्रिया में अधिक तेजी लाने के लिए ग्राम विद्युत अभियंता (जीवीए) के जरिए करीबी निगरानी की जा रही है। इसके अलावा आरपीएम बैठक के दौरान मासिक प्रगति की समीक्षा और विद्युतीकरण के कार्य में देरी वाले गांवों की पहचान जैसी कार्रवाईयां भी नियमित रूप से की जा रही हैं। इसके अलावा उन गांवों की सूची को भी साझा किया जा रहा जो राज्य डिस्कॉम के जरिए विद्युतीकरण की प्रक्रिया में हैं।