वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई में, वैश्विक समुदाय ने कोविड-19 के विरूद्ध इस सामूहिक ज़ंग में भारत के लिए अपने समर्थन के प्रयासों में सहायता का हाथ बढ़ाया है। भारत सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ और अपने “संपूर्ण समाज” दृष्टिकोण के तहत अपने नागरिकों के सहयोग से कोविड-19 महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में सबसे आगे है।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री अमिताभ कांत की अध्यक्षता में अधिकार प्राप्त समूह संख्या 3 की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में केंद्रीय सचिव श्री अमित खरे (सूचना और प्रसारण), केंद्रीय सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन (व्यय), अपर सचिव श्री दम्मू रवि (एमईए), अपर सचिव सुश्री आरती आहूजा (स्वास्थ्य) ने विदेशों से प्राप्त सहायता सामग्री के वितरण में तेजी लाने के तरीकों और साधनों पर विचार-विमर्श किया। अपर सचिव (एमईए) ने बताया कि विदेशों से राहत-सामाग्री की खेप को भेजे जाने के साथ ही इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजी जाती है जो इस सामाग्री की वितरण योजना का कार्यभार सँभालता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की अपर सचिव ने बताया कि विदेश से प्राप्त सामग्री के भारत पहुँचते ही इसके वितरण की योजना पहले से ही लागू है।
भारत सरकार विभिन्न देशों/संगठनों से 27 अप्रैल 2021 से कोविड-19 राहत चिकित्सा आपूर्ति और उपकरणों को अंतर्राष्ट्रीय भेंट और सहायता के रूप में प्राप्त कर रही है।
अब तक 1841 ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर; 1814 ऑक्सीजन सिलेंडर; 09 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र; 2403 वेंटिलेटर/बाइ पीएपी/सी पीएपी और 2.8 लाख से अधिक रेमेडिसविर शीशियों का वितरण किया जा चुका है।
5 मई 2021 को प्राप्त प्रमुख वस्तुओं में शामिल हैं:
- आस्ट्रेलिया
- वेंटिलेटर/ बाई पीएपी/ सी पीएपी (1056)
- ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर (43)
- यूएसए
- आडीके (40300)
- रेमेडिसविर (~1.56 लाख)
- पीपीई किट्स और अन्य अतिरिक्त वस्तुऐं
- बहरीन
- लिक्विड ऑक्सीजन कंटेनर (02)
5 मई 2021 तक प्राप्त सभी सामाग्रियों को प्रभावी तरीके से आवंटित करते हुए शीघ्रता के साथ राज्यों/संस्थानों को भेज दिया गया है। यह क्रम जारी है।
नई दिल्ली के एलएचएमसी अस्पताल के डॉ एन.एन. माथुर ने अंतर्राष्ट्रीय सहायता के रूप में कोविड उपकरणों की खेप प्राप्त करने पर कहा कि: उपकरण को शीघ्रता के साथ अस्पताल में लगाया जा चुका हैं।
भारत सरकार ने अंतरार्ष्ट्रीय माध्यमों से प्राप्त सहायता आपूर्ति के प्रभावी आवंटन और वितरण के लिए एक सुव्यवस्थित और व्यवस्थित तंत्र तैयार किया है। अनुदान, सहायता और भेंट के रूप में विदेशी कोविड राहत सामग्री की प्राप्ति और आवंटन के समन्वय के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय में एक समर्पित समन्वय प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। इस प्रकोष्ठ ने 26 अप्रैल 2021 से कार्य करना आरंभ कर दिया था। 2 मई, 2021 से स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक मानक संचालन प्रक्रिया को तैयार करते हुए कार्यान्वित किया जा चुका है।
विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय बनाते हुए बिना विलंब किए कार्गो निकासी और वितरण की सुविधा की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा नियमित रूप से इसकी व्यापक स्तर पर निगरानी की जा रही है। यह तृतीयक देखभाल संस्थानों और 31 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के चिकित्सा बुनियादी ढांचे को पूरक के रूप में सहायता प्रदान करेगा और अस्पतालों में भर्ती हुए कोविड-19 रोगियों के शीघ्र और प्रभावी नैदानिक प्रबंधन के लिए उनकी नैदानिक प्रबंधन क्षमताओं को मजबूती भी प्रदान करेगा।