इस्पात और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कोविड रोगियों के इलाज के लिए ओडिशा के राउरकेला में इस्पात पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (आईपीजीआई) और सेल के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (एसएसएच) में आईसीयू वेंटिलेटर सुविधाओं को लोगों को समर्पित किया। आईपीजीआई और एसएसएच कॉम्प्लेक्स को 21 मार्च, 2021 को भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया था। इस वर्चुअल कार्यक्रम में इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री श्री नबाकिशोर दास, सुंदरगढ़ के सांसद श्री जुएल ओराम,क्षेत्र के विधायक, सेल के अध्यक्ष और सीईओ सोमा मंडल,इस्पात मंत्रालय और सेल के वरिष्ठ अधिकार मौजूद थे।
इस अवसर पर श्री प्रधान ने कहा कि राउरकेला और आसपास के विभिन्न स्थानों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के रोगियों ने एसएसएच में ओपीडी सुविधाओं का लाभ उठाना शुरू कर दिया है। महामारी की दूसरी लहर के दौरान क्षेत्र में गंभीर रूप से बीमार कोविडरोगियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए और ऑक्सीजन और सहायक वेंटिलेशन की तत्काल आवश्यकता को समझते हुए, 60 बिस्तरों वाली कोविड आईसीयूसुविधा संचालित करने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद इस सुविधा को 100-बेड वाले आईसीयू में अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया। मंत्री ने कहा कि यह उन्नत आईसीयू सुविधा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सहयोग है। यह कदमकोविड-19 महामारी के खिलाफ ओडिशा की लड़ाई को मजबूत करेगा।
मंत्री ने कहा कि हमारी स्टील कंपनियां ओडिशा के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी घातक कोविड महामारी से निपटने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं। स्टील संयंत्रों से एलएमओ की आपूर्ति 1 अप्रैल 2021 की 538 मीट्रिक टन स्थिति से बढ़ाकर अब 4400 मीट्रिक टन प्रतिदिन कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सेल ने महामारी के खिलाफ ओडिशा की लड़ाई में योगदान देने के लिए कई कदम उठाए हैं। राउरकेला स्टील संयंत्र ने अप्रैल-2020 से अपने आईजीएच में वायरोलॉजी प्रयोगशाला की स्थापना की है।जिसने त्वरित कोविड परीक्षण की सुविधा प्रदान की है। आरटी-पीसीआर के लिए परीक्षण सुविधाओं की क्षमता को शुरुआती प्रतिदिन 60 से बढ़ाकर लगभग 550 कर दिया गया है और इसे बेहद कम समय में लगभग प्रतिदिन 1000 परीक्षण तक बढ़ाने का काम चल रहा है। श्री प्रधान ने कहा कि मास्क और जरूरी सामग्रियों जैसे दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, संयंत्र और टाउनशिप में नियमित और बड़े पैमाने पर स्वच्छता और जागरूकता पैदा करने के लिए पीए सिस्टम के उपयोग सहित अन्य दूसरे उपाय भी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिएसमाज के सभी हितधारकों द्वारा एक ठोस प्रयास आज की आवश्यकता है। परीक्षण, उपचार और टीकाकरण की दिशा में प्रयास तेज करने का आह्वान करते हुए,श्री प्रधान ने सेल से संयंत्रों के आसपास के अनुबंध कर्मचारियों और निवासियों सहित अपने सभी हितधारकों का टीकाकरण करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “मैं टीकाकरण के लिए 1+2 दृष्टिकोण का आह्वान करता हूं,जिसका अर्थ है कि कॉरपोरेटट घराने द्वारा किसी एक कर्मचारी को दिए गए टीके के अलावा,उन्हें 2 गैर-कर्मचारियों काभी टीकाकरण करवाना चाहिए।”
श्री प्रधान ने कहा कि अप्रैल-21 से अब तक राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के कैप्टिव और बीओओ संयंत्र से 9653 मिट्रिक टन से अधिक जीवन रक्षक एलएमओ ओडिशा सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजी जी चुकी है। उन्होंने बताया कि आरएसपी से तरल चिकित्सा ऑक्सीजन के उत्पादन और उसकी आपूर्ति में तेजी लाने के लिए संयंत्र में गैसीय ऑक्सीजन के आंतरिक उपयोग को युक्तिसंगत बनाया गया। संयंत्र से 24 घंटे तरल चिकित्सा ऑक्सीजन भेजना सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रणालीगत संशोधन किए गए।
श्री प्रधान ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार, आरएसपी सेक्टर-22 में वेंटिलेटर और अन्य संबंधित सुविधाओं के साथ प्लांट से सीधे पाइप गैसीय ऑक्सीजन की आपूर्ति वाला 500 बिस्तरों का एक जंबो अस्पताल स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। इससे सेल के राउरकेला टाउनशिप में ऑक्सीजन सुविधा के साथ करीब1000 बेड और 225 वेंटिलेटर उपलब्ध हो जाएंगे।