लखनऊः उ0प्र0 के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि 250 तक की आबादी की 4827 अनजुड़ी बसावटों के सम्पर्क मार्गों को शीघ्र स्वीकृत कराकर इसी वित्तीय वर्ष के पहले-पहले पूरा कराया जाय, इसके लिये रू0 2644 करोड़ का प्राविधान किया गया है। उन्होने कहा कि लोक निर्माण विभाग के कई कार्यों की प्रक्रिया लम्बी होने से काफी समय बर्बाद होता है, प्रक्रिया के सरलीकरण के लिये गम्भीर प्रयास किया जाय। उन्होने कहा कि जो सड़कें बनकर तैयार हैं उनकी तथा कार्य प्रारम्भ होने के पूर्व के फोटोग्राफ्स मंगवाये जांय, उन्होने जोड़ा कि फोटोग्राफ्स सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ता मौके पर जाकर चेक करें कि वास्तव में फोटो सही भेजे गए हैं कि नहीं। श्री केशव प्रसाद मौर्य आज लोक निर्माण विभाग स्थित तथागत सभागार में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
श्री मौर्य ने कहा कि उनके ट्वीटर हैण्डल पर जो कमेन्ट आते हैं सभी क्षेत्रीय अधिशासी अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता व मुख्य अभियन्ता उन्हे देखें और उनपर जो भी कार्यवाही की जानी हो, उसे सुनिश्चित करते हुये ट्वीटर पर पोस्ट करें। श्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रवार 5 किमी0 तक के नये सम्पर्क मार्गों की सूची बनाते हुये उसकी कार्य योजना तैयार करें। उन्होने निर्देश दिये कि जो विशिष्ट मार्ग बनाये गये हैं, अगर उनमें कोई मरम्मत की जरूरत है तो वह भी करा दिया जाय। बैठक में प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग श्री नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि वृक्षारोपण अभियान के तहत लोक निर्माण विभाग को 9 लाख 60 हजार पौधे लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसका वर्गीकरण कर दिया गया है। उपमुुख्यमंत्री ने कहा कि 9 लाख 60 हजार की जगह 10 लाख पौधे लगाए जांय, इसके अलावा विभाग द्वारा स्टेट हाईवे व अन्य मार्गों के किनारे उपयोगी और हर्बल पौधे लगाए जांय। स्टेट हाईवे के किनारे वृक्षारोपण के लिये विभागीय नोडल अधिकारी बनाये जांय तथा वृक्षों की सुरक्षा के लिये ट्री-गार्ड की भी व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय।
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि रोड सेफ्टी के कार्यों में तेजी लायी जाय, लगाए जाने वाले माइलस्टोन, दिशा सूचक, रम्बल स्ट्रीप, साइनेज आदि की कार्ययोजना एक सप्ताह के अन्दर मंगवायी जाय। उन्होने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान विभाग के जिन अधिकारियों/कर्मचारियों का निधन हुआ है, उनके पात्र आश्रित को नियमानुसार नौकरी देने तथा अन्य देयों का भुगतान शीघ्र से शीघ्र कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिये जो निरीक्षण भवनों में मरम्मत की जरूरत है उनकी फोटो मंगावाई जाय और आवश्यकता के अनुरूप रेनोवेशन कराया जाय। उन्होने कहा कि शिलान्यास व लोकार्पण के पत्थर कोरोना के कारण कतिपय स्थानों पर नहीं लग पाये होंगे, उन्हे तत्काल स्थापित कराया जाय, यह कार्य एक सप्ताह में अनिवार्य रूप से करा लिया जाय। सेतु निगम व निर्माण निगम में उनकी आवश्यकताओं को देखते हुये कुछ अवर अभियन्ताओं को प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाय।
श्री मौर्य ने निर्देश दिये कि जो भी वित्तीय स्वीकृतियां जारी की जानी हैं, शीघ्र से शीघ्र जारी कर दीं जायं। उन्होने कहा कि आॅनलाईन आगणन की व्यवस्था को मजबूत और प्रभावी बनाया जाय। सड़कों के उच्चीकरण काल में भी तेजी लायी जाय। चित्रकुट में 01 हाॅटमिक्त प्लान्ट स्थापित करने की भी व्यवस्था की जाय। पेट्रोल पम्पों की स्थापना में विभाग द्वारा दिये जाने वाले अनापत्ति प्रमाण-पत्र को देने में देरी न की जाय, लेकिन नियमानुसार ही दिया जाय।
वाराणसी में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा करते हुये उन्होने निर्देश दिये कि वाराणसी को चमका दिया जाय सभी कार्य पूरी गतिशीलता के साथ चलाने का प्लान बनाएं, जहां जरूरत थी उन सभी कार्यों के पुनरीक्षित आगणन स्वीकृत हो गये हैं, कार्यों में विलम्ब नहीं होना चाहिये, अतिरिक्त स्टाफ की आवश्यकता हो तो सेतु निगम अतिरिक्त स्टाफ भी लगा सकता है, परन्तु कार्य समय से पूर्ण होने चाहिये।
बैठक में राज्यमंत्री श्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव श्री समीर वर्मा, विभागाध्यक्ष श्री पी0के0 सक्सेना, एम0डी0 सेतु निगम श्री अरविन्द श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता श्री बी0एस0 रावत, विशेष कार्याधिकारी श्री प्रदीप कुमार प्रमुख रूप से मौजूद रहे।