देहरादून: ‘जो बोले सो निहाल सतश्री अकाल’ के जयकारों के बीच गुरूद्वारा नानकमत्ता साहिब और श्री रीठा मीठा साहिब के लिए श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना किया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने “मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ“ के तहत देहरादून जिले के 34 यात्रियों के जत्थे को बीजापुर हाउस से रवाना किया। इनमें 20 महिलाएं व 14 पुरूष श्रद्धालु शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ योजना हमारी फ्लेगशिप योजना है। पिछले वर्ष बड़ी संख्या में प्रदेश के बुजुर्गों ने इस योजना का लाभ उठाया था। जिन परिवारों में बुजुर्गों का सम्मान होता है, वे परिवार सुखी रहते हैं। इसी भावना के साथ प्रदेश में “मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ“ योजना प्रारम्भ की गई थी। बड़ी खुशी की बात है कि अब दूसरी राज्य सरकारें भी इसी तरह की योजनाएं प्रारम्भ कर रहे हैं। चार धाम, पिरान कलियर व औलिया साहब की दरगाह भी योजना में शामिल हैं। हेमकुण्ट साहिब को भी ‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’ मे शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। इस वर्ष चार धाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। यह हमारी पिछले दो वर्ष की मेहनत का परिणाम है। हालांकि इस बार उम्मीद से अधिक यात्री आने से कुछ सुविधाओं में कमी देखने को मिल रही है परंतु हम इन कमियों को दूर करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। श्री केदारनाथ धाम को मानवता की धरोहर मानते हुए हमने अपने अल्प संसाधनों से यहां की विपरीत परिस्थितियों में भी पुनर्निर्माण कार्य किए।