देहरादून: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पर पीआरसीआई देहरादून चेप्टर की ओर से एक वेबीनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार में ’ कोरोना महामारी के बीच मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए योग की बढ़ती प्रासंगिकता’ पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पीआरसीआई देहरादून चेप्टर के सचिव श्री विकास कुमार एवं राष्ट्रीय प्रतिनिधि श्री पंकज तिवारी ने की।
कार्यक्रम में डॉ वीणा कृष्णन मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ एवं विभा डोगरा, योगा एक्सपर्ट मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुई। वही पीआरसीआई देहरादून चेप्टर के अध्यक्ष डॉ करुणाकर झा एवं उपाध्यक्ष श्री शिशिर प्रशांत ने कार्यक्रम के मुख्य पैनलिस्ट के रूप में शामिल हुए।
डॉक्टर करुणाकर झा अध्यक्ष पीआरसीआई देहरादून चेप्टर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा ’ कोरोना महामारी हमारे जीवन में बहुत कुछ परिवर्तन कर चुका है हम यह देख सकते हैं कि हमारे छात्र -छात्राएं जो कॉलेज और विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं उनको अपने कैरियर के लिए सोचने पर मजबूर किया है, किसी ने अंदाजा नहीं लगाया था कि यह वक्त इतना लंबा खींचा चला आएगा जिससे हमारे छात्र-छात्राएं बहुत तनाव महसूस कर रहे हैं और उनके कैरियर में अनिश्चितता बनी हुई है। कई लोगों के तनाव का एक मुख्य वजह यह भी है कि उनके जीवन में पहले प्राथमिकता कुछ और थी और महामारी के बाद प्राथमिकता अब कुछ और निकल के सामने आई है। ऐसे में उन्हें योग और आध्यात्मिकता का सहारा लेना चाहिए जिससे उनके जीवन में तनाव कम हो।
वहीं डॉ वीणा कृष्णन मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा ’कोरोना महामारी हमारे समाज में हर वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। यह महामारी हमारे भारतवर्ष में लाखों लोगों को संक्रमित करके प्रभावित किया है, वहीं अनेक लोगों को बेरोजगारी का भी सामना भी करना जिससे अनेकों परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। वहीं विश्वविद्यालय एवं अन्य शिक्षण संस्थान के बंद होने की वजह से लाखों छात्र छात्राएं भी तनाव का सामना कर रहे हैं। उन्होंने योग के पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए कहा कि योग हमारे लिए बहुत ही सुलभ और साधारण सा तरीका है जिसे अपना कर हम अपना तनाव और चिंता को दूर कर सकते हैं। कुछ मामूली से आसन को अपनी आदतों में शामिल करके हम मानसिक तनाव से छुटकारा पा सकते हैं एवं समाज में अन्य सभी लोगों में घुल मिलकर हम सुख चैन से रह सकते हैं। यदी हमारे समाज में किसी को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है तो हम सभी को सामने आकर उनकी मदद करनी चाहिए एवं आवश्यकता पड़े तो उन्हें मानसिक रोग विशेषज्ञों से सलाह भी लेनी चाहिए ताकि समय रहते हुए हम उसका इलाज कर सके एवं तनाव से मुक्ति पा सकें।
विभा डोगरा, योगा विशेषज्ञ ने अपने संबोधन को वंदना के साथ शुरू करते हुए सभी सदस्यों से योग के आसन भी करवाया तथा उन्होंने योग से निरोग रहने के लिए सभी सदस्यों के साथ कुछ मूल मंत्र भी साझा किए। उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी दिनचर्या की शुरुआत ओम मंत्र के उच्चारण से करते हैं तो हम सुबह से लेकर शाम तक ऊर्जावान बने रहते हैं एवं हमारा मन अपने दिनचर्या के कार्यों में लगा रहता है। उन्होंने कहा कि हमें योग को अपने दिनचर्या में प्रतिदिन कम से कम 20 मिनट का वक्त देना चाहिए, योग के कुछ साधारण आसन को नियमित अपनाकर हम अपने जीवन को समृद्ध कर सकते हैं और अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।
पीआरसीआई देहरादून चेप्टर के उपाध्यक्ष श्री शिशिर प्रशांत ने अपने संबोधन में कहा ’हमें भारतीय मीडिया को धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने हमारे योग को आज इस मुकाम पर लाया है जहां दुनिया भर के लोग इसे अपनाकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। भारतीय मीडिया इस महामारी में दिन-रात लगकर हम सभी को सूचना मुहैया कराता रहा है और हम सभी को जागरूक करता रहा है। कई ऐसे वक्त भी आए हैं जहां उन्होंने बहुत संघर्ष और कष्ट का सामना किया हैं परंतु उन्होंने आम जनता तक सूचना मुहैया करवाने में अपनी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हमारे देश में जो शिक्षा व्यवस्था है उसे भी सुधार करना चाहिए एवं तनाव से मुक्त रहने के लिए छात्र छात्राओं नियमित रूप से जागरूक करते रहना चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पर पीआरसीआई देहरादून चेप्टर की ओर से एक पोस्टर का विमोचन भी किया गया। जिसे जोनल रिप्रेजेंटेटिव श्री गौरव कांत जायसवाल एवं निखिल नेगी ने कार्यक्रम के विषय ’कोरोना महामारी के बीच मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए योग की बढ़ती प्रासंगिकता’ पर बनाया है।
इस कार्यक्रम में पब्लिक रिलेशन काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से श्री सीजे सिंह सीनियर वाइस प्रेसिडेंटप एवं पीआरसीआई देहरादून चेप्टर वाईसीसी की ओर से नीतिका गुप्ता, निशा, सुप्रिया बेगवाल, सुमित गॉड, स्वाति जोशी, मेघा गोंसाई, अमन रावत एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।