केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री श्री नितिन जे. गडकरी ने फ्लैगशिप कार्यक्रम भारतमाला परियोजना चरण-1 के तहत बनाए जा रहे 5 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और 17 पहुंच नियंत्रित ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्गों से संबंधित निविदा आवंटन की स्थिति, बोली और पूर्व-निर्माण कार्यों की स्थिति की समीक्षा की। 8000 किलोमीटर लंबे इन 22 ग्रीनफील्ड परियोजनाओं पर 3.26 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन सड़क परियोजनाओं के जरिए देश में औद्योगिक और एमएसएमई उत्पादों के उत्पादन और उनकी खपत के केंद्रों के बीच निर्बाध संपर्क प्रदान करने और लॉजिस्टिक क्षमता में सुधार की परिकल्पना की गई है। इसके अतिरिक्त इन सड़क परियोजनाओं से देश में यात्री और गुड्स यातायात की आवाजाही में भी तेजी आएगी।
एनएचएआई द्वारा पूर्व-निर्माण कार्यों विशेष रूप से भूमि अधिग्रहण, पर्यावरण मंजूरी/ वन मंजूरी, निविदा आवंटन की स्थिति, बोली और कार्य में आ रही बाधाओं की मौजूदा स्थिति पर एक विस्तृत प्रस्तुति मंत्री के समक्ष दी गई। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि विभिन्न राज्य सरकारों से संबंधित मुद्दों को जल्दी से सुलझाया जाना चाहिए और जहां कहीं आवश्यक हो राज्यों से संबंधित विशिष्ट मामले को उनके स्तर पर उठाया जा सकता है। श्री गडकरी ने परियोजनाओं के पूरा होने के बाद समय पर उनके मोनेटाइजेशन के साथ-साथ आगामी राजमार्गों पर चलने वाले यात्रियों के लिए सुविधाओं को विकसित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि विश्व स्तरीय हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता किए बिना परियोजनाओं के आवंटन की लक्षित तिथियों और उसके पूरा होने की निर्धारित तिथियों का कड़ाई से पालन किया जाए । जिससे कार्य तय समय पर पूरा हो सके। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने सुझाव दिया कि परियोजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा की जानी चाहिए ताकि माननीय मंत्री द्वारा निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। समीक्षा के दौरान सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव श्री गिरिधर अरमाने, एनएचएआई के चेयरमैन डॉ. एस. एस. संधू, महानिदेशक (सड़क) श्री आई. के. पांडे, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।