अपनी समृद्ध खेल विरासत को आगे बढ़ाते हुए, भारतीय रेलवे के खिलाड़ी देश का नाम रोशन करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
भारतीय रेलवे टोक्यो ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले सबसे बड़े उन संगठनों में से एक है। इसके कुल एथलीटों में से लगभग 20% रेलवे खेल सम्वर्धन परिषद (स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड) के 25 एथलीट और 5 प्रशिक्षक और 1 फिजियो 23 जुलाई से 8 अगस्त 2021 तक चल रहे टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारतीय दल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
रेलवे के खिलाड़ियों का मनोबल को बढ़ाने के लिए, रेल मंत्रालय ने अपने एथलीटों के लिए कई प्रकार के प्रोत्साहनों की घोषणा की है। अब पदक जीतने वाले एथलीटों के लिए मौजूदा नीति के अलावा निम्नलिखित विवरण के अनुसार उन्हें पदोन्नति, वेतन वृद्धि और विशेष नकद पुरस्कार मिलेंगे :
स्वर्ण पदक : 3 करोड़ रुपये;
रजत पदक: 2 करोड़ रुपये;
कांस्य पदक: 1 करोड़ रुपये।
8वें प्रतिभागी तक : 35 लाख रुपये;
प्रतिभागी : रु.7.5 लाख;
स्वर्ण पदक विजेता एथलीट के प्रशिक्षक (कोच): 25 लाख रुपये;
रजत पदक विजेता एथलीट के प्रशिक्षक (कोच): 20 लाख रुपये;
कांस्य पदक विजेता एथलीट के प्रशिक्षक (कोच): 15 लाख रुपये;
अन्य प्रतिभागी एथलीटों के प्रशिक्षक : 7.5 लाख रुपये।
यह उदारीकृत पदोन्नति नीति देश के जाने-माने खिलाड़ियों/प्रशिक्षकों के लिए एक प्रोत्साहन के रूप में कार्य करेगी और इससे देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता की पुष्टि होती है।