देहरादून: साइबर ट्रेजरी, लक्ष्मी रोड पर निदेशालय स्तरीय पांच दिवसीय आहरण वितरण अधिकरियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन किया गया। इस अवसर पर निदेशक कोषागार एवं अपर सचिव वित्त एल.एन.पंत ने कहा कि वर्तमान समय में आहर वितरण अधिकारियों का दायित्व और भी अधिक बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि आज के समय में आधुनिक तकनीक से कार्य करना सरल हो गया है। कोषागार विभाग ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाये है। सभी विभागों के आहरण वितरण अधिकारियों को ऑन लाइन भुगतान व वेतन आहरण की व्यवस्था दी गई है। इसलिए सभी आहरण वितरण अधिकारी सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग करें। उत्तराखण्ड राज्य में विभागों में आहरण वितरण के कार्य को ऑन लाइन कर दिया गया है। अब सभी सरकारी सेवाओं के वेतन ऑन लाइन से भुगतान किये जा रहे है, साथ ही सभी प्रकार के भुगतान भी ऑन लाइन किया जा रहा है। इससे कार्यों में पारदर्शिता एवं गतिशीलता आयी है। श्री पंत द्वारा प्रशिक्षण में भाग ले रहे आहरण वितरण अधिकारियों को बजट मैनुअल्स के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गई।
इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के लगभग 21 आहरण वितरण अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में वी.पी.पंत द्वारा उत्तराखण्ड अधिप्राप्ति नियमावली, आर.के.पाण्डेय द्वारा वेतन निर्धारण एवं ए.सी.पी. के मुख्य बिन्दु, जे.सी.जोशी द्वारा अवकाश नियम, मनीष उप्रेती द्वारा यात्रा भत्ता, पी.सी.खरे द्वारा आहरण वितरण अधिकारी के कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व, मनमोहन मैनाली द्वारा सामान्य भविष्य निधि, एल.पी.कोठियाल द्वारा सूचना का अधिकार, आ.के.पाण्डेय द्वारा सी.एस.आर., दिनेश चन्द्र लोहनी द्वारा पेंशन नियम, डॉ. पंकज शुक्ला द्वारा नयी पेंशन योजना तथा प्रतिनियुक्ति एवं वाहय सेवा संबंधी नियम, भूपेश तिवारी द्वारा वित्तीय अधिकारों का प्रतिनिधायन, आर.डी.पालीवाल द्वारा विधिक नियम, मोहम्मद दीन द्वारा ऑनलॉइन बजटिंग पर व्याख्यान दिया गया। उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ 23 मई, 2016 को किया गया था।