पौड़ी: मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को पौड़ी भ्रमण पर रहें। उन्होंने तहसील चाकीसैंण के अन्तर्गत राठ महाविद्यालय प्रांगण में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह क्षेत्र एक ओर जहां दूध और दही व शहद के लिये प्रसिद्व रहा है, वहीं दूसरी ओर यह क्षेत्र कृषि उत्पादन में भी अग्रणी रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने सभी लोगों से समाज के निर्बल वर्ग को आगे बढ़ाने व क्षेत्र के पिछड़ेपन को दूर करने तथा महिलाओं की कठिनाईयों को विशेष रूप से समझने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि महिलाओं का कल्याण विशेष रूप से किया जाये और उनको सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाये। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के करोड़ों रूपये की लागत के सड़क मार्गों, पुलों व अन्य विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने राठ क्षेत्र को ओबीसी घोषित करने के संबंध में कहा कि इसका प्रस्ताव तैयार कर पिछड़ा वर्ग आयोग को भेजा जायेगा। राठ विकास प्राधिकरण के कार्यों को अमली जामा पहनाने के लिये राज्य सरकार 2 करोड़ रुपये की निधि निर्गत करेगी तथा चाकीसैंण को विकासखण्ड बनाये जाने के लिये सरकार द्वारा तीन कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही तीन प्रशासनिक अधिकारियों की एक कमेठी गठित की जायेगी। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं को 5000 रूपये की धनराशि देकर खाते खोले जायेगें तथा महिला मंगलदलों को भी 5000 रूपये की धनराशि देकर क्रियाशील किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत अभी तक 50000 रू0 की धनराशि का प्राविधान किया गया था जिसे बढ़ाकर अब 1.75 लाख किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अभी तक 7.13 लाख पेंशनधारकों को 800 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है अब 8 लाख पेंशनरों को लाभान्वित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ों की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिये महिला दुग्ध समितियों को 5 रुपये तथा पुरूषों को 4 रुपये प्रति लीटर दुग्ध बोनस के रुप में दिये जाने का प्राविधान किया गया है। उन्होंने शिक्षा और खेती पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरुरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एस0सी0/एस0टी0 के छात्र-छात्राओं का छात्रवृत्ति की रकम केन्द्र सरकार द्वारा अभी तक उपलब्ध नही करायी गई है किन्तु राज्य सरकार अपने संसाधनों से छात्रवृत्ति देने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक 20 प्रतिशत स्कूलों में प्रधानाचार्य थे, सरकार द्वारा अब तक 70 प्रतिशत स्कूलों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति कर दी गई है तथा आगामी 6 माह में शत-प्रतिशत स्कूलों में प्रधानाचार्यों की तैनाती कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिये प्रदेश में 600 आदर्श विद्यालयों की स्थापना की जायेगी। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे बच्चों की शिक्षा व खेती तथा दुग्ध उत्पादन की ओर विशेष ध्यान दें। उन्होंने भीमल, गेंठी, तिमला, माल्टा तथा मर्सा जैंसे पेड़ों की खेती पर भी जोर दिया। जिसके लिए बोनस की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा भीमल एवं कण्डाली के रेशे निकालने वाले काश्तकारों के लिये सरकार विपणन की व्यवस्था करेगी।
इस अवसर पर क्षेत्र के पोखड़ा, थलीसैंण व राठ क्षेत्र के लोगों द्वारा 25 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने सरकार की ओर से सहानुभूतिपूर्वक कार्यवाही करने व राठ क्षेत्र के विकास के लिए विशेष प्रयास करने की बात कही। उन्होंने मां कालिंका एवं भगवान भैरव के साथ ही राहू महादेव से प्रार्थना की, कि राठ क्षेत्र का अधिकाधिक विकास हो तथा लोग आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने कहा कि हर थाने में अब एक महिला थानेदार नजर आयेगी। जिसके तहत 1000 महिला थानेदारों की भर्ती की जा रही है। इसके अलावा पीआरडी एवं होमगार्ड में भी 30 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार 30 हजार सरकारी पदों पर भर्ती शुरू करने जा रही है जिसमें से 16 हजार सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें 6500 अतिथि शिक्षक भी शामिल हैं। उत्तराखण्ड के 50 हजार शिक्षित बालक-बालिकाओं को विशेष व्यवसायिक प्रशिक्षण देकर उनकी आर्थिकी में सुधार किया जायेगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक एवं संसदीय सचिव गणेश गोदियाल व अन्य लोगों द्वारा मा0 मुख्यमंत्री जी को घी, शहद तथा काफल से भरे कलश भेंट किए। इससे पूर्व राठ महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 जीतेन्द्र नेगी ने मुख्यमंत्री श्री रावत के क्षेत्र में आगमन होने पर उनका स्वागत किया तथा उनके सम्मान में अभिनन्दन पत्र प्रस्तुत किया।