लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आई0जी0आर0एस0, सी0एम0 हेल्पलाइन, तहसील दिवस, थाना दिवस, जनसुनवाई, जनता दर्शन के प्रकरणों के निस्तारण के सम्बन्ध में जनपदों के जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों सहित वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा की। इसके अलावा, उन्होंने प्रदेश में डेंगू, वायरल फीवर, जे0ई0/ए0ई0एस0 सहित संक्रामक रोगों तथा कानून व्यवस्था तथा अपराध व अपराधियों पर नियंत्रण के लिए की जा रही कार्यवाही की भी समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जी ने आई0जी0आर0एस0 एवं सी0एम0 हेल्पलाइन से सम्बन्धित प्रकरणों के सम्बन्ध में कहा कि शिकायतकर्ता की सन्तुष्टि ही समस्याओं के निस्तारण का मानक होना चाहिए। उन्होंने इसके सम्बन्ध में खराब प्रदर्शन के लिए सम्बन्धित अधिकारियों की जवाबदेही तय किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद चन्दौली, गोरखपुर, बलिया, गाजियाबाद, आगरा, हमीरपुर, हरदोई, सीतापुर के जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों से संवाद करते हुए कहा कि जनसमस्याओं और शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाए। उन्होंने एक सप्ताह के अन्दर सम्बन्धित समस्याओं के निस्तारण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक कर जवाबदेही तय करते हुए समस्याओं के निस्तारण की कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनता दर्शन में कई समस्याओं का स्तर शासन से सम्बन्धित नहीं होता है। स्थानीय स्तर की समस्याएं के निस्तारण के लिए जनता को लखनऊ आना पड़ता है, जबकि इनका समाधान थाना, तहसील व जनपद स्तर पर ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई कर समय-सीमा के अन्दर समस्याओं का निस्तारण किया जाए। निस्तारण न होने की स्थिति में जवाबदेही तय हो। थाना व तहसील दिवस को और प्रभावी बनाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने डेंगू तथा वायरल फीवर के सम्बन्ध में नियंत्रण के निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों को त्वरित और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। उन्होंने इस सम्बन्ध में जनपद फिरोजाबाद, मथुरा, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, झांसी, मेरठ के जिलाधिकारियों से उनके जनपदों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, फॉगिंग, एण्टी लार्वा स्प्रे के सम्बन्ध में निरन्तर कार्यवाही जारी रखे जाने के निर्देश दिए।
जे0ई0/ए0ई0एस0 के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर और बस्ती मण्डल इस बीमारी से प्रभावित होते हैं। उन्होंने जनपद देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर आदि के जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से संवाद किया तथा बेहतर सर्विलांस, शुद्ध पेयजल, स्वच्छता और सैनिटाइजेशन की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) को निरन्तर प्रभावी बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इसका उपयोग संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए भी किया जाए। उन्होंने कहा कि 07 से 14 सितम्बर, 2021 तक डोर-टू-डोर सर्वे अभियान संचालित किया जा रहा है। इस दौरान सतर्कता बनाए रखते हुए कोविड सहित अन्य संचारी रोगों के मरीजों को चिन्ह्ति कर, उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय सेवाएं अविलम्ब उपलब्ध करायी जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोविड पर नियंत्रण हुआ है, लेकिन इसका खतरा अभी टला नहीं है। कुछ राज्यों में कोविड सम्बन्धी मामलों में बढ़ोत्तरी तथा आगामी पर्वों एवं त्योहारों के दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां प्रभावी ढंग से कार्य करती रहें और सर्विलांस में किसी भी प्रकार की कोताही या शिथिलता न बरती जाए। रोगियों को समय पर दवा, चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए आवश्यकतानुसार अस्पताल में भर्ती किया जाए। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में जांच, चिकित्सा तथा ब्लड बैंक की कार्यप्रणाली पर नियंत्रण रखा जाए। उन्होंने कहा कि जनपदों में जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी मीडिया को डेंगू, वायरल फीवर, जे0ई0/ए0ई0एस0 आदि की अद्यतन स्थिति के सम्बन्ध में मीडिया को ब्रीफ करते रहें। इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की फेक रिपोर्टिंग को रोका जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास योजनाओं को समय व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराया जाए। जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी योजनाओं के सम्बन्ध में टाइमलाइन निर्धारित करते हुए निरन्तर समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि विभागों से समन्वय बनाकर धनराशि अवमुक्त कराते हुए योजनाओं को शीघ्रता से पूर्ण किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कानून व्यवस्था तथा अपराध व अपराधियों पर नियंत्रण के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुए कहा कि आमजन को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, उसकी सन्तुष्टि के दृष्टिगत शीघ्रता से दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। पुलिस पेट्रोलिंग को बढ़ाते हुए प्रत्येक छोटी-बड़ी घटना का संज्ञान लेते हुए कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने ‘मिशन शक्ति फेज-3’ के तहत महिला बीट, पुलिस अधिकारियों की तैनाती तथा उनकी कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा संवाद स्थापित कर अपराध तथा अपराधियों पर नियंत्रण की कार्यवाही की जाए। मिशन शक्ति के तहत महिला बूथ सक्रिय रूप से संचालित रहें। महिला बीट अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, आशा वर्कर, ए0एन0एम0 आदि से समन्वय स्थापित करते हुए महिलाओं से सम्बन्धित तथा अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के सम्बन्ध में जागरूकता और जानकारी प्रदान करने का कार्य करें। इस सम्बन्ध में फोल्डर आदि का वितरण किया जाए। उन्होंने महिलाओं व बालिकाओं के प्रति अपराध की घटनाओं पर पूरी संवेदनशीलता के साथ शीघ्रता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी 20 सितम्बर से 20 नवम्बर, 2021 तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने का अभियान चलाया जाएगा। सभी जिलाधिकारी इस सम्बन्ध में पी0डब्ल्यू0डी0, आर0ई0एस0, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, मण्डी, गन्ना विकास, नगर विकास विभाग आदि से समन्वय स्थापित कर कार्यवाही करें।
मुख्यमंत्री जी ने मण्डलायुक्त स्तर पर बिजली विभाग की समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फेक बिलिंग, ओवर बिलिंग एक प्रकार का उत्पीड़न है। किसी भी दशा मे उपभोक्ताओं का उत्पीड़न न हो। स्पेशल कैम्प लगाकर विद्युत व बिलिंग सम्बन्धी शिकायतों का निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही शासन स्तर से एकमुश्त समाधान योजना शुरू की जाएगी। पात्र लोगों को इसका लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 25 सितम्बर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयन्ती के अवसर पर प्रदेश में ‘गरीब कल्याण मेला’ आयोजित किया जाएगा। सभी 826 विकास खण्डों पर वृहद आयोजन किया जाए। मेले में दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग वितरण, विभिन्न पेंशन, आवास और स्वरोजगार योजनाओं से वंचित पात्र लोगों को योजना से जोड़े जाने के साथ-साथ आरोग्य मेले का भी आयोजन किया जाएगा। बैंकों से समन्वय स्थापित कर विशेष ऋण शिविर लगाए जाएं। इसके दृष्टिगत सभी सम्बन्धित विभाग तैयारी पूरी कर लें। इन कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व, 19 सितम्बर, 2021 से आरोग्य मेलों का आयोजन भी प्रारम्भ हो रहा है, इन आयोजनों को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निराश्रित गो-आश्रय स्थलों के सम्बन्ध में शिकायतें न मिलने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक गो-आश्रय स्थल के लिए एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जाए। गोवंश के लिए चारे, भूसे और पेयजल आदि की उपलब्धता सहित आश्रय स्थलों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके सम्बन्ध में निरन्तर समीक्षा हो।