14.5 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

दिव्यांगजन के प्रति हमारा दृष्टिकोण अत्यन्त संवेदनापूर्ण एवं मानवीय होना चाहिए: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मन में दिव्यांगजन के प्रति विशेष लगाव और सहानुभूति है। दिव्यांग शब्द भी प्रधानमंत्री जी की देन है। दिव्यांगजन के प्रति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के लगाव को ध्यान में रखते हुए उनके 71वें जन्मदिन के अवसर पर आज से लेकर 07 अक्टूबर, 2021 तक सेवा सत्कार का 20 दिवसीय सेवा समर्पण कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ इस संस्था से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने आज यहां राजकीय बालक एवं बालिका विशेषीकृत गृह स्थित निर्वाण पुनर्वास केन्द्र में मानसिक मंदित एवं दिव्यांग बच्चों को उपहार भेंट करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने दिव्यांग बच्चों के पास जाकर उन्हें उपहार स्वरूप फल की टोकरी व बैग प्रदान किए तथा उनसे उनका कुशलक्षेम भी पूछा। निर्वाण पुनर्वास केन्द्र पहुंचने के बाद उन्होंने केन्द्र का निरीक्षण किया तथा दिव्यांग बच्चों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने देशभक्ति गीत भी प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री जी द्वारा संस्था की विजिटर्स पुस्तिका में अपने विचार अंकित किये गये। उन्होंने पुस्तिका में लिखा कि निर्वाण पुनर्वास केन्द्र में आकर मानवीय सेवा का अद्भुत कार्य देखा, अत्यन्त अभिभूत करने वाला है। दिव्यांगजन के प्रति हमारा दृष्टिकोण अत्यन्त संवेदनापूर्ण एवं मानवीय होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस सम्बन्ध में अनेक कदम उठाये हैं। आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी के 71वें जन्मदिन पर इस संस्था के साथ जुड़कर प्रधानमंत्री जी के मिशन को आगे बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने जन्म दिन पर आज का यह कार्यक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वर्ष 2014 में देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को विभिन्न क्षेत्रों में एक नई दिशा दी। प्रधानमंत्री जी ने सन्देश दिया कि दिव्यांगजन के अन्दर भी प्रतिभा है। उस प्रतिभा को समाज व देश के लिए उपयोगी बनाने के लिए उन्हें उचित मंच देना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों मंे दिव्यांगजन से सम्बन्धित जितने भी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, आजादी के बाद से लेकर वर्ष 2014 तक इतने कार्यक्रम नहीं हुए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने का उनका उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को प्रधानमंत्री जी की ओर से उज्ज्वल भविष्य के प्रति आश्वस्त करना है। साथ ही, प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन पर आपके सबके साथ सहभागी बन कर प्रधानमंत्री जी को बधाई दे सकें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन मंे देश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। यह निर्वाण पुनर्वास केन्द्र अपनी बेहतर सेवा तथा मानवता के कल्याण के लिए समर्पित है। दिव्यांग बच्चों के प्रति हमारी सहानुभूति होनी चाहिए। इन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमें हर सम्भव मदद देनी चाहिए। संस्था द्वारा प्रत्येक बच्चे को आगे बढ़ाने के लिए उनके साथ पूरी सहानुभूति व संवेदना पूर्ण व्यवहार करना चाहिए। संस्था को यह ध्यान देना होगा कि दिव्यांग बच्चों के साथ किसी भी प्रकार की अवांछनीय घटना घटित न हो। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने दिव्यांगजन को विभिन्न सेवाओं में आरक्षण का लाभ देने के लिए उनकी कैटेगरी एवं कोटा को बढ़ाया है। दिव्यांगजन के सामने अवसर है कि इस सुविधा का लाभ ले सकें। राज्य सरकार इस कार्य में पूर्ण मदद करेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संस्था यहां पर एक इन्टीगे्रटेड सेन्टर खोलना चाहती है। प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व में ही 05 ऐसे सेन्टर खोलने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इस पर कार्यवाही भी प्रारम्भ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि लखनऊ, अयोध्या, काशी, गोरखपुर में इन्टीग्रेटेड सेन्टर प्रस्तावित हैं। वृन्दावन में यह पहले से ही बनकर तैयार है और संचालित है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देशित किया कि इण्टीग्रेटेड सेण्टर के विस्तार के लिए तत्काल धनराशि उपलब्ध करायी जाए।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, महिला एवं बाल विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्रीमती वी0 हेकाली झिमोमी, सूचना निदेशक श्री शिशिर, लखनऊ के मण्डलायुक्त श्री रंजन कुमार तथा जिलाधिकारी श्री अभिषेक प्रकाश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More