केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) का दौरा किया और निगम के कामकाज और कार्य-निष्पादन की समीक्षा करने के साथ-साथ आधुनिकीकरण परियोजना के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती के अवसर पर एलिम्को के कर्मचारियों द्वारा ली गई प्रतिज्ञा में शामिल होने के साथ मंत्री का दौरा आरंभ हुआ। इस दौरान एलिम्को के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री डी.आर. सरीन ने केंद्रीय मंत्री को विभिन्न विभागों के कामकाज और एलिम्को की आधुनिकीकरण परियोजना के तहत चल रहे सिविल और मशीनरी कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एलिम्को के सीएमडी द्वारा मंत्री के समक्ष एक प्रस्तुति भी दी गई जिसमें निगम द्वारा हर पहलु में पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से कार्य-संचालन के लिए अपनाई गई पूरी प्रक्रिया दर्शायी गई थी।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने एलिम्को के लाभार्थी दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए शिकायत निवारण और नए पंजीकरण की सेवा मुहैया करने के लिए विकसित एंड्रॉइड आधारित ’एलिम्को मित्र’ मोबाइल एप्लिकेशन लांच किया। किसी भी एंड्रॉइड फोन पर गूगल प्ले स्टोर से एलिम्को मित्र आसानी से मुफ्त डाउनलोड किया जा सकता है।
एलिम्को से पहले ही कोई ऐड यानी सहायक साधन व उपकरण ले चुके लाभार्थी जिन्हें इन उपकरणों को लेकर किसी भी प्रकार की दिक्कतें आ रहीं वे भी मोबाइल एप्लीकेशन में उपलब्ध ’शिकायत प्रणाली’ के विकल्प पर लॉगिन कर सकते हैं। एप्लीकेशन में लाभार्थियों द्वारा प्राप्त सहायकत साधन व उपकरणों का विवरण जानने की भी सुविधा है। लाभार्थी प्राप्त विशिष्ट सहायता साधन/ उपकरण को लेकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। लाभार्थी को उसकी शिकायत से जुड़ी हर समस्या के समाधान के लिए आगे हर कदम पर एसएमएस पर अपडेट मिलेगा।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार देशभर में दिव्यांगजनों के उत्थान और सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों की मान-मर्यादा बनाए रखने में एलिम्को द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि निगम के आधुनिकीकरण का काम चल रहा है जो मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा। इससे मौजूदा उत्पादन क्षमता 2.5 गुना तक बढ़ जाएगी। उन्होंने निगम के प्रबंधन और कर्मचारी द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि एलिम्को के कर्मचारियों की समर्पित सेवा के बिना दिव्यांगजनों के फायदे के लिए किया गया कार्य संभव नहीं था।
उन्होंने उम्मीद जताई कि एलिम्को की प्रगति की मौजूदा रफ्तार से यह जल्द ही देश का एक गौरवशाली पीएसयू बनेगी और निकट भविष्य में नवरत्न कंपनी का दर्जा हासिल करेगी।
अपने दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री ने उन बच्चों से बातचीत की जिनकी एलिम्को द्वारा भारत सरकार की एडीआईपी योजना के तहत कोक्लीयर इंप्लांट सर्जरी और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की सीएसआर पहलों के तहत प्रायोजित सर्जरी करवाई गई है।
केंद्रीय मंत्री ने फैक्ट्री परिसर के भीतर स्थित एलिम्को के ऑर्थोटिक्स और प्रोस्थेटिक सेंटर में ऐड व सहायकत उपकरण वितरित किए और भारत सरकार की एडीआईपी और ’राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ जैसी स्कीमों के तहत एलिम्को द्वारा दी जा रही सेवा का लाभ उठाने वाले दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों से भी बातचीत की। ये लाभार्थी एलिम्को स्थित अत्याधुनिक ऑर्थोटिक्स और प्रोस्थेटिक सेंटर में परिसेवक थे। मंत्री ने एलिम्को के परिसर में पौधरोपण भी किया।
एलिम्मको के पुराने संयंत्र और मशीनरी, प्रक्रियाओं, प्रौद्योगिकियों और सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर को उन्नत व प्रतिस्थापित करके इसके आधुनिकीकरण का काम 2015 में आरंभ किया गया था और अब यह काम पूरा होने वाला है। अनुमानित परियोजना लागत के रूप में 338.04 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं, जिसमें से 200 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा सहायता अनुदान के रूप में दिया गया है और शेष राशि 138.04 करोड़ रुपये एलिम्को द्वारा अपने आंतरिक स्रोतों से वहन की जा रही है।
इस मौके पर दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग (दिव्यांगजन) सचिव सुश्री अंजलि भावरा, डॉ. प्रबोध सेठ, संयुक्त सचिव, डीईपीडब्ल्यूडी, भारत सरकार, लेफ्टिनेंट कर्नल पीके दुबे, महाप्रबंधक (विपणन), श्री प्रवीण कुमार, महाप्रबंधक (परियोजना एवं वाणिज्य), श्री अतुल रुस्तगी, महाप्रबंधक (प्रशासनिक एवं वित्त) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।