लखनऊः प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह‘ की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम) तथा उ0प्र0 पावर कारपोरेशन लि0 के मध्य एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया गया। साथ ही पेमेंट गेटवे हेतु एक एमओयू यूपीएसआरएलएम तथा आईसीआईसीआई बैंक के साथ किया गया। इसके अलावा ग्रामीण महिलाओं को आजीविका और आय उपार्जन में सहयोग देने के लिए राजस्थान के सोशल कॉमर्स स्टार्ट अप फ्रंटियर मार्केट्स के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया। इस एमओयू पर फ्रंटियर मार्केट्स के मुख्य परिचालन अधिकारी मेंहदी रिजवी और यूपीएसआरएलएम के प्रबंध निदेशक श्री भानु गोस्वामी ने हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर ग्राम्य विकास मंत्री श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह‘ ने कहा कि फ्रंटियर मार्केट्स के साथ यूपीएसआरएलएम की साझेदारी से ग्रामीण महिला उद्यमियों को सहेली के रूप में आय अर्जित करने और गरीबी दूर करने में मदद करेगी। ग्रामीण महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका और रोजगार के अवसरों के साथ सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध इस पहल से उत्तर प्रदेश में ग्रामीण समुदायों का समग्र विकास होगा।
ग्राम्य विकास मंत्री ने कहा कि यह साझेदारी महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी और कार्यान्वयन सहायता के साथ संस्थान और क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगी। बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के माध्यम से वित्तीय स्वतंत्रता में तेजी लाएगी और ग्रामीण उत्पादों और सेवाओं की डोर-स्टेप डिलीवरी की सुविधा प्रदान करेगी।
श्री सिंह ने कहा,‘‘फ्रंटियर मार्केट्स के साथ आज हुआ यह समझौता राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे राज्य की ग्रामीण महिलाओं को रोजगार में मदद मिलेगी, जिससे उनके आर्थिक विकास में बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्य की आय में और वृद्धि होगी तथा वंचितों के लिए रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे।’’
अपर मुख्य सचिव, श्री मनोज कुमार सिंह ने कहा कि इस साझेदारी का उद्देश्य 2,000 ग्रामीण महिलाओं को फ्रंटियर मार्केट्स सहेलियों के रूप में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के साथ जोड़ना है और उन्हें फ्रंटियर मार्केट्स ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म “मेरी सहेली“ के माध्यम से प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए प्रशिक्षित करना और प्रतिवर्ष 50,000 से 60,000 की आय अर्जित करने में मदद करना है। वित्तीय लेन-देनके कार्य में प्रशिक्षित एसएचजी के हिस्से के रूप में बैंकिंग कॉरस्पॉन्डेंट सखी (बीसी) का लाभ उठाते हुए, उन्हें सेल्स लीड और डेटा संग्रह जेनरेट करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। तकनीक की जानकारी रखने वाली ये महिला उद्यमी आसपास के इलाकों में सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में भी सहयोग करेंगी।
श्री मनोज कुमार सिंह ने कहा कि उ0प्र0राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में गठित स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से विद्युत बिल कलेक्शन का कार्य कराया जा रहा है, जिससे एक ओर पावर कारपोरेशन को बिल कलेक्शन में बढ़ोत्तरी हो रही है, वहीं दूसरी ओर समूह की महिलाओं को सुनिश्चित रोजगार प्राप्त हो रहा है। विद्युत बिल कलेक्शन के कार्य के लिए समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित कर बिल कलेक्शन का कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिल कलेक्शन के कार्य के लिए प्रदेश के 75 जनपदों के 826 विकासखंडों को 15521 क्लस्टर में बांटा गया है। प्रत्येक क्लस्टर में एक विद्युत सखी का चयन किया गया है। इन विद्युत सखियों द्वारा विद्युत विभाग के थर्मल प्रिंटर पर बिल क्लेक्शन का कार्य किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रशिक्षण के उपरान्त विद्युत सखियों द्वारा बिल कलेक्शन पर प्रति बिल 20 रूपये तथा शहरी क्षेत्रों में 12 रूपये प्रति बिल कमीशन के रूप में प्राप्त हो रहा है। इसके अलावा इन विद्युत सखियों द्वारा अभी तक 52 करोड़ रूपये के 3.85 लाख बिल जेनरेट किये गये हैं, जिससे समूह के सदस्यों को 77 लाख का कमीशन प्राप्त हुआ है।
यूपीएसआरएलएम के प्रबंध निदेशक, श्री भानु गोस्वामी ने कहा, ‘‘राज्य के निरंतर विकास के लिए हम महिला सशक्तिकरण के माध्यम से गरीबी घटाने और गुणवत्तापूर्ण जीवन की चुनौती को दूर कर रहे हैं। फ्रंटियर मार्केट्स के साथ यह साझेदारी उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए स्थायी वित्तीय स्वतंत्रता और समावेशन को सुनिश्चित करेगी।’’
साझेदारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फ्रंटियर मार्केट्स की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजैता शाह ने कहा, ‘‘हम 10 लाख सहेलियों को जोड़ने के मिशन पर हैं और यह साझेदारी देश में महिला उद्यमिता और आर्थिक विकास को मजबूत करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता और सामूहिक प्रयासों को दर्शाती है। ग्रामीण महिलाएं परिवर्तन और विकास को बढ़ावा देने वाले समुदाय की विश्वसनीय प्रेरक हैं और इस विस्तार के माध्यम से हम अपने जेंडर केंद्रित दृष्टिकोण के साथ आजीविका बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’
श्री शाह ने कहा कि अपने जेंडर और डिजिटल समावेशी दृष्टिकोण के साथ फ्रंटियर मार्केट्स ग्रामीण ग्राहकों की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए ग्राहक अंतर्दृष्टि का लाभ उठाकर, ग्रामीण भारत की आवाज को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, साथ ही, समान समुदायों में महिलाओं के लिए आर्थिक लाभ भी पैदा करता है। यूपीएसआरएलएम के साथ इस साझेदारी के तहत दोनों पक्ष कार्यशालाओं के माध्यम से सहेलियों की क्षमता का निर्माण करने के लिए स्वयं सहायता समूहों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ साझेदारी करेंगे और उन्हें वित्तीय रूप से स्वतंत्र उद्यमी के तौर पर सशक्त बनाने के लिए मार्केटिंग, बिक्री, डिजिटल टूल, उत्पादों और संचार कौशल की दुनिया के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे।
उल्लेखनीय है कि फ्रंटियर मार्केट्स, एक बहु-एसडीजी प्लेटफॉर्म है, जो प्रौद्योगिकी और महिला उद्यमियों के माध्यम से ग्रामीण ग्राहकों को समाधान से जोड़ता है। यह सरल जीवन सहेलियां नाम से 10,000 से अधिक महिला उद्यमियों का मजबूत नेटवर्क, समुदाय के भरोसेमंद प्रेरक के तौर पर अपनी सामाजिक पूंजी और मजबूत नेटवर्क का लाभ उठाते हुए अपने पड़ोसियों को ‘‘मेरी सहेली’’ ऐप के माध्यम से ऑनलाइन-ऑफलाइन स्टोर का अनुभव प्राप्त करने के लिए आमंत्रित करती है। कंपनी ने अपने तकनीकी सक्षम प्लेटफॉर्म “मेरी सहेली“ के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण उत्पादों और सेवाओं तक पहुंच के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में “सरल जीवन- आसान जीवन‘‘ की अवधारणा पेश की है।