लखनऊ: मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज जनेश्वर मिश्र पार्क में प्रदेश के पर्यटन विभाग तथा उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव, 2016’ का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री ने प्रदेश एवं देश के तमाम हिस्सों में उत्पादित आमों की विभिन्न प्रजातियों का अवलोकन किया और कृषकों तथा बागवानों से बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य आम की विभिन्न प्रजातियों से जनमानस को परिचित कराना तथा आम की किस्मों का संवर्धन और संरक्षण करना है।
श्री यादव ने इस महोत्सव के लिए सम्बन्धित विभागों को बधाई देते हुए कहा कि हाॅर्टी टूरिज़्म को बढ़ावा में ऐसे आयोजन उपयोगी साबित हो सकते हैं। इस महोत्सव के जरिए आम जैसे फल के सभी चाहने वालों को प्रदेश में उपलब्ध आमों की प्रजातियों के बारे में जानकारी मिलेगी। साथ ही, इससे जुड़े कारोबारियों तथा निर्यातकों को सीधे उत्पादकों से विचार-विमर्श करने का मौका भी मिलेगा। इससे आम को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि ‘आम महोत्सव’ का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाएगा।
‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव, 2016’ का आयोजन इतने बड़े पैमाने पर पहली बार राज्य में किया गया है। 25 व 26 जून, 2016 तक चलने वाले इस दो दिवसीय आम महोत्सव में 42 श्रेणियों में आम की विभिन्न प्रजातियों तथा आम के प्रसंस्कृत पदार्थों की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है, जिसमें आम की 725 प्रजातियों के अलग-अलग संस्थाओं, विभागों एवं निजी उत्पादकों द्वारा लगभग 3,000 से अधिक नमूने प्रदर्शित किए गए हैं।
केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, उद्यान विभाग के सहारनपुर, बस्ती एवं लखनऊ के मलिहाबाद में स्थापित औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्रों तथा प्रगतिशील बागवानों द्वारा अपने-अपने संस्थानों/बागों में उगाई जाने वाली प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया है। इस प्रदर्शनी में बागवानों एवं लघु उद्यमियों द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया है। बागवानों द्वारा स्वयं आम की विभिन्न प्रजातियों के पौधे तथा आम बिक्री हेतु कई स्टाॅल लगाए गए हैं। आम के प्रसंस्कृत उत्पादों को भी प्रदर्शनी में शामिल किया गया है।
महोत्सव में उत्तराखण्ड तथा तेलंगाना जैसे अन्य प्रदेशों के बागवानों ने भी आम की विभिन्न प्रजातियों का प्रदर्शन किया है। इस आम महोत्सव में एक तरफ जहां आम की रंग-बिरंगी सैकड़ों प्रजातियों को देखने का अवसर प्राप्त हो रहा है, वहीं आम से बनने वाले विभिन्न खाद्य पदार्थ जैसे-अचार, स्क्वैश, जूस, अमावट तथा पना आदि से भी आम जनता रूबरू हो रही है।