लखनऊ: युवाओं को सशक्त बनाने के लिए रोजगार से जोड़ना योगी सरकार के प्राथमिकता में रहा है। योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी की सौगात दी है। वर्ष 2017 से अबतक प्रदेश में युवाओं को साढ़े चार लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी गई है। प्रदेश सरकार ने सरकारी पदों पर नियुक्ति को पारदर्शी बनाया ताकि बिना भेदभाव और भ्रष्टाचार के युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा उद्योगों की राह आसान बनाकर भी सरकार ने युवाओं को रोजगार से जोड़ा है।
योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में सरकारी नौकरियों की राह युवाओं के लिए आसान कर दी है। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग, प्रयागराज ने अबतक 34292 से अधिक पदों पर भर्ती की है। वहीं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, लखनऊ ने 18584 से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराई है। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, प्रयागराज ने 2017 से अबतक 2214 से ज्यादा पदों पर चयन किया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज के माध्यम से 30644 से अधिक पदों पर भर्ती की गई है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन/विद्युत सेवा आयोग, लखनऊ ने 6557 से अधिक युवाओं की विभाग में भर्ती की है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, लखनऊ के माध्यम से 143606 से ज्यादा युवाओं की पुलिस विभाग में भर्ती की गई है। बेसिक शिक्षा विभाग में विभिन्न पदों पर 125987 से अधिक युवा चयनित हुए हैं। इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा में 1112, सहकारिता में 726, नगर विकास में 700, सिंचाई एवं जल संसाधन में 3309, तकनीकी शिक्षा में 365, वित्त विभाग में 614, कृषि विभाग में 2059, आयुष विभाग में 1065, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 28622, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में 8556 और अन्य विभागों के तहत 8132 से अधिक भर्तियां की गई हैं। वहीं साढ़े तीन लाख से ज्यादा युवाओं को संविदा पर सरकारी नियुक्ति दी गई है।
इसके अलावा योगी सरकार ने युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास किए हैं। इसके तहत 72 लाख से अधिक नई एमएसएमई इकाइयों को 2 लाख 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण उपलब्ध कराकर लगभग 2.16 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराया है। बड़ी औद्योगिक इकाइयों में भी 3 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। वहीं स्टार्टअप नीति के अन्तर्गत 5 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।