राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण व वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज आठ बालिका नवप्रवर्तनकर्ताओं के साथ बातचीत की।
इस अवसर पर श्री गोयल ने कहा कि आठ बालिकाओं ने आज जो प्रस्तुति दी है, उनमें से हर एक क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं:
- कम लागत वाले बायोडिग्रेडेबल (जैविक रूप से नष्ट होने में सक्षम) सैनिटरी नैपकिन
- सांकेतिक भाषा को टेक्स्ट और ऑडियो में परिवर्तित करने वाले स्मार्ट दस्ताने
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और जीपीएस का उपयोग
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान श्री गोयल ने कहा, ‘”मैं इन बालिका नवप्रवर्तनकर्ताओं को देखकर बहुत प्रेरित हूं, जिन्होंने इतनी कम उम्र (10-18 साल) में देश के साथ-साथ अपने माता-पिता को भी गौरवान्वित किया है। आप भारत के सच्चे नेता हैं।”
उन्होंने कहा, “जब लड़कियों को सशक्त बनाया जाता है, तो देश मजबूत और अधिक समृद्ध बनते हैं।” श्री गोयल ने आगे कहा, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, हमें अपनी नारी शक्ति को मजबूत करना होगा।
श्री गोयल ने कहा कि महिलाएं आज मौजूदा स्थिति को चुनौती दे रही हैं और राष्ट्र निर्माता और परिवर्तन निर्माता के रूप में आगे बढ़ी हैं। भारत सभी क्षेत्रों में मजबूत महिलाओं का शक्ति केंद्र रहा है: चाहे वह खेल हो (मीराबाई चानू, मैरी कॉम), व्यवसाय (नायका की फाल्गुनी नैयर, इंदिरा नूयी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी (कल्पना चावला) आदि।
श्री गोयल ने चार सूत्रीय कार्रवाई का आह्वाहन किया:
1. लोकल के लिए वोकल को एक जन आंदोलन बनाएं
2. गुणवत्ता क्रांति के दूत बनें: गुणवत्ता पर अत्यधिक ध्यान देने के साथ उपभोक्ता जागरूकता बढ़ाएं और टिकाऊ सामान बनाएं।
3. एक- दूसरे और अन्य साथी महिला उद्यमियों के साथ सहयोग करें: टियर -2 और टियर -3 शहरों में महिलाओं की अपार क्षमता का दोहन करें।
4. भारत की विरासत से जुड़ें: हथकरघा, हस्तशिल्प, कला और शिल्प आदि के क्षेत्रों में नवाचार करने के लिए अपने देश की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की खोज करें।
श्री गोयल ने बताया कि तीन महीने बाद स्टार्टअप सलाहकार परिषद के सामने इन आठ बालिका नवप्रवर्तनकर्ताओं की परियोजनाओं को प्रस्तुत किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने “प्रधानमंत्री के इस आह्वाहन का सम्मान करने के लिए कि नया भारत महिलाओं के नेतृत्व में विकास को देखेगा”, छात्राओं के बीच नवाचार को बढ़ावा देने की पहल व नेतृत्व करने के लिए श्री गोयल की सराहना की।
श्री गोयल ने कहा कि हमारी महिलाओं के पास समय है और उन्होंने अपनी क्षमताओं को फिर से साबित भी किया है। मैं सभी बालिकाओं से अनुरोध करूंगा कि:
- बड़े सपने देखें
- विफलता से कभी न डरें, विफलता ही सफलता के लिए नींव की ईंट है
- दृढ़ विश्वास और आत्मविश्वास के साथ नेतृत्व करें
स्टीव जॉब्स के कथन का हवाला देते हुए श्री गोयल ने कहा, “जो लोग यह सोचने के लिए पागल हैं कि वे विश्व को बदल सकते हैं, वही हैं जो दुनिया को बदलते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि सही मायने में एक सभ्यता के विकसित होने के लिए हमें अपनी बालिकाओं को “सशक्त बनाने, शिक्षित करने और प्रोत्साहित करने” की जरूरत है।