केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि हमारा कोयला क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और हमारे श्रमिक साथी इस कोयला क्षेत्र की बेहद मजबूत नींव हैं। जब पूरे देश को कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, तब हमारे श्रमिक साथियों ने अपने त्याग, लगन और समर्पण से बिजली क्षेत्र को कोयले की कोई कमी नहीं होने दी और देश को रुकने नहीं दिया। श्री जोशी शुक्रवार को आयोजित अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (एबीकेएमएस) के 18वें त्रैवार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।
कोरोना महामारी के दौरान और बाद में कोयला योद्धाओं के योगदान को रेखांकित करते हुए श्री जोशी ने कहा कि एक ओर जहां हमारे कोरोना योद्धा देश को महामारी से बचा रहे थे, वहीं दूसरी ओर हमारे कोयला योद्धा देश में बिना किसी रुकावट के कोयला की सप्लाई बनाए रखे हुए थे। कोरोना के बाद जब देश में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने से बिजली की मांग अभूतपूर्व ढंग से बढ़ी, तब भी कोयला क्षेत्र के श्रमिकों ने राष्ट्र के लिए रिकॉर्ड कोयला उत्पादन और डिस्पैच करके देश में कोयले की कमी होने की किसी भी संभावना को पहले ही खत्म कर दिया।
मोदी सरकार द्वारा कोयला क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री जी ने कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि पिछले वेतन समझौते के समाप्त होने से 45 दिन पहले ही नई जेबीसीसीआई (कोयला उद्योग के लिए संयुक्त द्विपक्षीय कमेटी) का गठन कर दिया गया था। अभी तक इस जेबीसीसीआई की 3 बैठकें हो चुकी हैं और जल्द ही समझौते पर सहमति भी बन जाएगी।
हमारी सरकार ने कोयला खदानों में दुर्घटनाओं के चलते अपनी जान गंवाने वाले हमारे श्रमिक साथियों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 3 गुना करते हुए 5 लाख से 15 लाख रुपए करने का भी काम किया है और इस बेनेफिट को कोरोना के चलते अपनी जान गंवाने वाले कर्मचारियों को भी दिया गया।
कार्यक्रम में भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के अखिल भारतीय अध्यक्ष श्री हिरण्मण्य पंड्या, आरएसएस के अखिल भारतीय सह कुटुंब प्रबोधन प्रमुख रविंद्र जोशी, बीएमएस पूर्व अखिल भारतीय महासचिव श्री के. लक्ष्मा रेड्डी, बीएमएस विदर्भ की राज्य अध्यक्षा श्रीमती शिल्पा देशपांडे, एबीकेएमएस के अध्यक्ष श्री नरेंद्र कुमार सिंह, बीएमएस के महासचिव सुधीर घुरड़े जी और अन्य गण-मान्य व्यक्ति उपस्थित थे।