एक वाहन से ईवीएम बाहर भेजे जाने से खफा सपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को पहड़िया मंडी में गड़बड़ी का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान ईवीएम बाहर ले जाते हुए वाहन को सपा कार्यकर्ताओं ने पकड़ा और चालक को बंधक बना लिया। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
आक्रोशित सपा कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम तक पहुंच गए, जहां सुरक्षा में तैनात अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों से उनकी नोकझोंक भी हुई। रात तक लगभग दो हजार से अधिक सपा कार्यकर्ता पहड़िया मंडी पहुंच गए। पांडेयपुर-आशापुर मार्ग को जाम कर दिया।
स्थिति तनावपूर्ण होते देख पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी फोर्स संग मौके पर पहुंचे और नेताओं को समझाने का प्रयास किया। कमिश्नरेट की दस थानों की फोर्स सहित अतिरिक्त पुलिस बल पहड़िया मंडी बुलाई गई। हंगामे की बात वायरल होते ही सपा के अलावा बसपा, कांग्रेस और सुभासपा के भी कार्यकर्ता पहड़िया मंडी पहुंच गए।
वाराणसी के ज़िलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि कल वाराणसी के काउंटिंग कर्मचारियों की एक कॉलेज में ट्रेनिंग है। उसके लिए 20 EVM मशीनें ले जाई जा रही थी। उसे एक छोटी गाड़ी में सवार कुछ लोगों द्वारा रोका गया। उन लोगों में यह भ्रम हुआ कि कहीं ये वो EVM मशीनें तो नहीं हैं।
ये EVM और वो EVM आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए नहीं है। सभी चीज़ें स्पष्ट कराई जा रही है। हमने अब निर्णय लिया है कि कल जो कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग है, उसे बिना EVM के ही करवा दी जाएगी
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर वाराणसी के ज़िलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि बाद में यहां भीड़ हो गई थी। सभी अधिकारियों ने उन्हें समाझाया। अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों और अध्यक्षों को बलुाया गया है कि आप सभी स्पष्ट कर लीजिए कि जो EVM ले जाई जा रही थी वह सभी ट्रेनिंग के लिए थी।
चुनाव में उपयोग की गई ईवीएम स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सीलबंद हैं। सीसी कैमरों की निगरानी में हैं। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए फोर्स तैनात कर दी गई है।
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