अपनी कॉमेडी से लोगों के दिलों पर राज करने वाले भगवंत मान ने बुधवार को पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। क्रम के हिसाब से मान 25वें और नेता के तौर पर 17वें मुख्यमंत्री हैं। शहीद भगत सिंह के गांव खटकड़कलां में आयोजित समारोह में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने मान को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस दौरान पूरे पंजाब से लाखों की संख्या में लोग पहुंचे। समारोह में दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया मौजूद रहे। दोपहर बाद मान चंडीगढ़ में पंजाब सचिवालय पहुंचे और पदभार संभाला।
सबके लिए काम करेगी हमारी सरकार–मान
पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद भगवंत मान ने भगत सिंह के शब्दों को दोहराते हुए कहा कि इश्क करना सबका पैदायशी हक है क्यों न इस बार वतन की सरजमीं को महबूब बना लिया जाए। मान ने कहा कि हमारी सरकार सबकी सरकार है। जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया, हम उनके लिए भी काम करेंगे। उन्होंने खटकड़कलां के साथ अपना अटूट रिश्ता बताते हुए लोगों से भगत सिंह की विचारधारा अपनाने को कहा। उन्होंने कहा कि हमें आज से ही काम शुरू करना है एक भी दिन हमें बरबाद नहीं करना है। हमें पंजाब के विकास के लिए काम करना है। उन्होंने लोगों से कहा कि भगत सिंह की लड़ाई को हम आगे बढ़ाएंगे।
नवनिर्वाचित विधायकों से कहा–अहंकार न करें
मान ने सभी नवनिर्वाचित विधायकों से अपील की कि अहंकार न करें। हमें उन लोगों का भी सम्मान करना होगा जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया। मैं आप सभी को और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर पंजाब का विकास होगा।
20 फरवरी 2022 से हुई बिना लालच के वोट डालने की शुरुआत
भगवंत मान ने कहा कि समय और जनता बहुत बड़े होते हैं। वह किसी को अर्श से फर्श पर ला सकते हैं। मान ने कहा कि हम हर परेशानी का समाधान करेंगे। आने वाले समय में बच्चों को पढ़ाया जाएगा कि बिना किसी लालच के वोट डालने की शुरुआत 20 फरवरी 2022 को हुई थी।
कॉमेडियन रहे भगवंत मान ने दिए सीरियस पॉलिटिक्स करने के संकेत
मुख्यमंत्री के रूप में भगवंत मान की बसंती शपथ के अंदाज से पंजाब के लोग झूम उठे। भगवंत मान ने सीएम के तौर पर अपने पहले भाषण में स्पष्ट संकेत दिए कि भले ही वे कॉमेडियन रहे हैं लेकिन भविष्य में सीरियस पॉलीटिक्स करने वाले हैं। हालांकि रगों में कलाकार का खून होने के चलते भगवंत मान अपने शपथ समागम में लोगों से दो बार तालियां बजाने का आग्रह करने से नहीं चूके।
चुनाव प्रचार के दौरान तो भगवंत मान अपनी कॉमेडी भरे अंदाज से लोगों पर प्रभाव छोड़ते रहे हैं। यहां तक कि संसद में भी कविताओं के जरिए सरकारी कार्यप्रणाली पर निशाने साधते रहे हैं लेकिन शपथ ग्रहण समागम में वे अलग ही गंभीर अंदाज में दिखाई दिए। विरोधियों पर जमकर निशाने साधने वाले भगवंत मान ने मुख्यमंत्री की भूमिका आते ही उत्साहित वर्करों को संयम व अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाने से लेकर भविष्य में अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय सियासत में सुधार लाने वाला हीरो बताया। इस दौरान केजरीवाल पूरी गंभीरता से भगवंत मान का भाषण सुनते रहे।
इंकलाब जिंदाबाद उद्धघोष से है गहरा
सीएम भगवंत मान का इंकलाब जिंदाबाद के नारे से खासा लगाव है। वे अपने हरेक संबोधन का आगाज लगभग इसी नारे से करते हैं। प्रसिद्ध गायक गुरदास मान ने बताया कि भगवंत को भगत सिंह के इस नारे से खासा प्यार है। इसी के चलते भगवंत मान ने वड्डी सरकार (शहीद भगत सिंह की पवित्र जन्मभूमि) के चरणों में आकर शपथ ली है। उन्होंने कहा कि लोगों को खुश रखने वाले भगवंत मान, पंजाब को खुशहाल बनाएंगे।