अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को चीन के अपने समकक्ष शी जिनपिंग के साथ बात की है। वर्चुअल माध्यम से दोनों नेताओं के बीच बातचीत में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा जंग अहम मुद्दा रहा।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस दौरान जो बिडेन से कहा कि दो देशों के बीच इस तरह के संघर्ष किसी के भी हित में नहीं है, इनको रुकना चाहिए। उन्होंने नसीहत के अंदाज में बाइडेन से कहा कि विश्व शांति के लिए अमेरिका को आगे बढ़कार अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए।
चीन के राष्ट्रपति ने कहा, राज्य-दर-राज्य संबंधों में सैन्य शत्रुता दुनिया के लिए अच्छी बात नहीं हैं। शांति और सुरक्षा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सबसे मूल्यवान खजाने हैं और इनको बरकरार रखा जाना चाहिए। खासतौर से विश्व की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंधों को विश्व शांति और शांति के प्रयासों के तहत सही रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए।
24 फरवरी को रूसी फौजों के यूक्रेन पर हमले के बीच दो बड़े शक्तिशाली देशों (अमेरिका और) के नेताओं के बीच यह पहली बातचीत है। अमेरिका और चीन के बीच एक तनातनी जगजाहिर है। इस जंग में भी अमेरिका जहां यूक्रेन की तरफदारी कर रहा है तो वहीं चीन रूस की तरफ झुका नजर आ रहा है।
23 दिन से चल रहा जंग
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को अपनी फौजों को यूक्रेन पर आक्रमण की इजाजत दी थी। तब से लगातार यूक्रेन के ज्यादातर शहर रूसी फौजों की जद में हैं। यूक्रेन में जानमाल का भारी नुकसान इन 23 दिनों में हो चुका है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि रूस के ऑपरेशन का लक्ष्य उसका विसैन्यीकरण और तटस्थ स्थिति के लिए हैं। दरअसल रूस लंबे समय से यूरोपीय संगठनों खासकर नाटो के साथ यूक्रेन की नजदीकी का विरोध करता रहा है। इसके अलावा भी उसकी कई मांगे हैं, जिन पर वो यूक्रेन की सहमति चाहता है। कभी सोवियत संघ का हिस्सा रहे यूक्रेन को लेकर पुतिन का कहना है कि यूक्रेन पश्चिमी देशों के हाथों की कठपुतली बना गया है और रूस की सुरक्षा को खतरा बन रहा है।
source: oneindia.com