ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में ग्रीष्मकालीन पूजा राग सेवा का क्रम होली की दूज रविवार से प्रारंभ होगा, जिसके तहत न केवल मंदिर दर्शन का समय परिवर्तित होगा, बल्कि सेवायतों द्वारा ठाकुरजी की ग्रीष्मकालीन पूजा पद्धति के अनुसार की जाएगी।
ये रहेगा दर्शन का समय
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि 20 मार्च से मंदिर के पट सुबह 7:45 पर दर्शनार्थियों के लिए खोले जाएंगे। उसके बाद 7:55 पर सेवायतों द्वारा ठाकुर बांकेबिहारीजी की शृंगार आरती की जाएगी। दोपहर 11 बजे ठाकुरजी को राज भोग अर्पित किया जाएगा और 11:30 बजे पुन: ठाकुरजी के दर्शन भक्तों को प्राप्त होंगे। 11:55 पर राज भोग आरती के साथ प्रात:कालीन दर्शन पूर्ण होंगे।
उन्होने बताया कि सायंकाल 5:30 बजे मंदिर के पट एक बार फिर खुलेंगे। 8:30 बजे ठाकुरजी को शयन भोग अर्पित किया जाएगा। रात 9:30 बजे भक्तों को दर्शन देने के साथ 9:25 पर शयन भोग आरती होगी।
मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि मंदिर में ब्रज की परम्पराओं के अनुसार ठाकुरजी के बालस्वरूप की सेवा की जाती है। इस सेवा में मौसम के अनुरूप ही दर्शन के साथ-साथ भोग-राग की सेवा में भी बदलाव होता रहता है। दीपावली तक मंदिर में दर्शनों का यही क्रम रहेगा।
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